शान से फहराए तिरंगा, सम्मान का भी रखें ख्याल
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:मेरठ सहित पूरे वेस्ट यूपी में हर घर तिरंगा फहराने के लिए हर स्तर पर प्रयास जारी है। यात्रा निकालने के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम व तिरंगा वितरण किया जा रहा है। शहर का माहौल तिरंगे के रंग में सराबौर हो रहा है।
तिरंगे का सर्वोच्च सम्मान
शान से अपने घर पर तिरंगा फहराने की तैयारी की जा रही है। तैयारियों के बीच तिरंगे के सम्मान और सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हम आपकी ही है। ध्यान रखें कि तिरंगे का सर्वोच्च सम्मान कायम रहे।
तिरंगा फहराने का नियम
– तिरंगा हमेशा काटन, सिल्क या फिर खादी का ही बना होना चाहिए।
– तिरंगे को हमेशा सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच ही फहराया जा सकता है।
– तिरंगे को दूसरे झंडे से ऊंचा या ऊपर लगाया जाना चाहिए।
– पर्याप्त रोशनी में राष्ट्रीय ध्वज को संस्थान या घर पर स्थाई रूप से लगा सकते है।
– तिरंगे का आकार आयातकार होना चाहिए।
झंडे का आकार लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 का होना चाहिए।
– तिरंगा फहराते समय केसरिया रंग को सबसे उपर होना चाहिए।
ऐसा कभी न करें
– तिरंगे को कभी जमीन पर नहीं रखा जा सकता है।
– कभी भी फटा या मैला-कुचैला तिरंगा नहीं फहराया जाता है।
– झंडे के किसी भाग को जलाने, नुकसान पहुंचाने या इसका अपमान करने पर जेल हो सकती है।
झंडे को कभी पानी में डुबोया नहीं जा सकता।
– झंडे का व्यवसायिक इस्तेमाल नहीं कर सकते।
– तिरंगे की यूनिफार्म बनाकर पहनना गलत है।
– झंडे को कभी झुकाया नहीं जाता। सरकारी आदेश के बाद ही सरकारी इमारतों पर झंडे को आधा झुकाकर-फहराया जा सकता है।