10 हजार किलो ड्रग्स सीज
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:यूपी चुनाव में नशे के सबसे बड़े कनेक्शन तक। यूपी पुलिस ने चुनाव में आचार संहिता लगने के बाद सबसे बड़े ड्रग कनेक्शन को पकड़ा है। 30 दिनों में अलग-अलग धरपकड़ में करीब 10 हजार किलो से भी ज्यादा का नशा मिला है। नेताजी के लिए ये खेप शहर से लेकर गांवों तक पहुंचाई जा रही थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि अगर इतनी बड़ी खेप पकड़ी गईं हैं, तो कितनी ड्रग्स गांव-गांव पहुंचाई जा चुकी होगी।
चुनाव आयोग की मानें तो पिछले 30 दिनों में यूपी के अलग-अलग शहरों में आदर्श चुनाव आचार संहिता तोड़ने को लेकर 928 एफआईआर दर्ज की गई हैं। चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने अलग-अलग जगह से 10410 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी है। पकड़े गए लोगों से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि हर खेप एक निश्चित ठिकाने तक पहुंचाई जानी थी। इसके बाद दूसरे हैंडलर उसको लेकर जाते।
चुनाव से पहले नेपाल बार्डर और झारखंड का नक्सली इलाके से इन खेप को लाया गया। सप्लाई के तार चुनाव से पहले पांच राज्यों के अलग-अलग शहर हैं। पुलिस ने नशे की जिन खेप को पकड़ा है, उनकी कीमत बाजार में 32.15 करोड़ रुपए आंकी गई है।
सिर्फ ड्रग्स ही क्यों, शराब भी गांवों में बांटने के लिए पहुंचाई जा रही थी। पुलिस ने 30 दिनों में 12.34 लाख लीटर शराब भी पकड़ी है। इसको नष्ट कराया गया है। चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को यूपी में चुनाव की घोषणा की थी। इसके बाद से प्रदेश में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई थी। पुलिस ने भी इसके बाद बार्डर एरिया पर सख्ती से चेकिंग शुरू की थी।
आचार संहिता लगते ही लाइसेंस वाले हथियार पुलिस के पास जमा कराना अनिवार्य होता है। इस नियम के चलते पुलिस विभाग द्वारा अब तक 8.43 लाख लाइसेंसी शस्त्र जमा कराए गए हैं। हथियार जमा नहीं कराने वाले 603 लोगों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।
वहीं पुलिस ने अब तक 8438 अवैध हथियार, 8833 कारतूस, 214 विस्फोटक एवं 267 बम भी बरामद किए हैं। पुलिस ने अवैध शस्त्र बनाने वाली 156 फैक्ट्रियों को भी सीज किया है। हथियारों के अलावा 59.93 करोड़ रूपए भी पुलिए ने पकड़े, जिसकी जांच आयकर विभाग कर रहा है। करीब 30.08 करोड़ लागत की 254 किलो की बहुमूल्य धातुएं भी बरामद की गई हैं।