मिग क्रैश में बहादुर बेटे हुए शहीद
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:भारतीय वायुसेना के मिग-21 से पिछले 10 महीने में यूपी के कई बेटों की शहादत हो गई। इनसे हुए हादसों से वायुसेना ने अपने जांबाजों को और मां ने अपने बेटे को खोया है। इन बेटों के मां-बाप को मलाल है कि उनका बेटा सीमा पर शहीद होता, तो अच्छा लगता

उनके बेटे मिग-21 की सही फंक्शनिंग न होने के कारण हादसों का शिकार हुए और दुनिया को अलविदा कह गए। बेटों को खोने वाले मां-बाप कहते हैं कि अपने जिगर के टुकड़े को खोने का गम ताउम्र नहीं मिटेगा। सरकार इन उड़ते ताबूतों को रोके, ताकि अब किसी बेटे की ऐसी शहादत न हो। शहीदों के परिजन सरकार से मिग-21 को बैन करने की मांग उठा रहे हैं।
24 दिसंबर की रात राजस्थान के जैसलमेर में मिग-21 क्रैश होने से विंग कमांडर हर्षित सिन्हा शहीद हो गए। लखनऊ के हर्षित को 2500 घंटे से ज्यादा फाइटर विमान उड़ाने का अनुभव था। मिग-21 टेक ऑफ होते ही करीब 20 मिनट बाद हवा में हादसे का शिकार हो गया। नाइट शॉर्टी के लिए गए विंग कमांडर को इमरजेंसी में इजेक्ट करने का भी मौका नहीं मिला। धधकते हुए विमान के टुकड़े गिरने शुरू हो गए और पायलट का शव टुकड़ों में बिखर गया। परिवार मूलरूप से अयोध्या का रहने वाला है।