दो करोड़ के भूखंड की फर्जी रजिस्ट्री
स्वतंत्रदेश, लखनऊ:गोमती नगर के विभूति खंड स्थित दो करोड़ के भूखंड में बिना रजिस्ट्री किए दूसरों के नाम कर दिया गया। यही नहीं लखनऊ विकास प्राधिकरण लविप्रा ने इस वाणिज्य भूखंड पर नक्शा भी पास कर दिया और इमारत भी खड़ी हो गई।
लविप्रा सचिव पवन कुमार गंगवार ने जब रजिस्ट्री आफिस से जांच कराई तो लविप्रा द्वारा की गई रजिस्ट्री व हस्ताक्षर गलत पाए गए। इस पूरे खेल में योजना देख रहे पूर्व के अफसर, योजना सहायक और दलालों की साठगांठ प्रथम दृष्टया प्रतीत होने की आशंका जताई गई है। अब इस मामले में संबंधित व्यक्ति के ऊपर मुकदमा लिखवाने की तैयारी है। वहीं 11 अन्य आवासीय व वाणिज्य भूखंड में भी कइयों की रजिस्ट्री फर्जी पायी गई है और कुछ में हस्ताक्षर मेल नहीं खा रहे हैं। इसलिए उनके खिलाफ भी कार्रवाई तय मानी जा रही है।सचिव लविप्रा पवन कुमार गंगवार ने भूखंड संख्या विभूति खंड के 3/43 (112 वर्ग मी.) वाणिज्य भूखंड, 1/76 बी विनीत खंड (162 वर्ग मी.) और 1/2 बी विक्रांत खंड (300 वर्ग मी.) की जांच कराई तो तमाम कमियां पायी गई। इनमें विभूति खंड का भूखंड की जांच में प्रथम दृष्टया पाया गया कि इसमें हेरफेर करके रजिस्ट्री बाहर ही बाहर कर दी गई है। वहीं अन्य की जांच जारी है। यही नहीं डिवीजन के अभियंताओं ने बकायदा दलालों को न सिर्फ कब्जा दे दिया, बल्कि नक्शा भी पास करके बिल्डिंग भी प्रवर्तन के अभियंताओं ने खड़ी करवा दी।