ब्लैक फंगस से मौते
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ:सोमवार को एक और मरीज की मौत हो गई। वह निजी अस्पताल में भर्ती था। अब तक कुल तीन मरीजों की मौत इस रोग से हो चुकी है। वहीं स्वतंत्रदेश ,लखनऊकुल मरीजों की संख्या अब बढ़कर 43 हो गई है। केजीएमयू, लोहिया के अलावा सिप्स, अपोलो व चंदन अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हैं। सबसे ज्यादा 23 मरीजों का केजीएमयू में उपचार चल रहा है। लखनऊ के सहारा स्टेट निवासी एक मरीज कोविड से उबरने के बाद इसकी चपेट में आ गए। उनके चेहरे और आंख के बीच में सूजन आने पर परिवार के लोग 10 मई को फैजाबाद रोड स्थित चंदन अस्पताल ले गए।
मरीज का सीटी स्कैन, एमआरआइ समेत अन्य जांच के बाद फंगस की पुष्टि हुई। इसके बाद मरीज का गहन उपचार शुरू हुआ, लेकिन छह दिन तक जंग लडऩे के बाद उसने दम तोड़ दिया। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक यहां अब तक 10 मरीजों के सफल आपरेशन किए जा चुके हैं। इसमें आंख व चेहरे समेत दूसरे अंगों में फैले ब्लैक फंगस का आपरेशन शामिल है।
ब्लैक फंगस के ज्यादातर मरीज केजीएमयू ही रेफर होकर आ रहे हैं। इसकी एक वजह यह भी है कि यहां ब्लैक फंगस के मरीजों को बेहतर, सस्ता व सुगम इलाज मिल पा रहा है। बीते 24 घंटे के दौरान नौ और मरीज भर्ती कराए जाने से कुल मरीजों की संख्या यहां बढ़कर 22 हो गई है। ब्लैक फंगस के मरीजों को देख रहे मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डा. वीरेन्द्र आतम ने बताया कि यहां ऐसे मरीजों को अलग वार्ड में भर्ती कर उपचार मुहैया कराया जा रहा है। अभी तक यहां ब्लैक फंगस के किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। सभी की तबीयत स्थिर बनी हुई है। वहीं लोहिया संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डा. विक्रम ङ्क्षसह के मुताबिक ब्लैक फंगस पीडि़त तीन मरीज भर्ती हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इसी तरह सिप्स में पांच मरीजों का उपचार चल रहा है।
अब तक मिले मरीज
- केजीएमयू : 22
- लोहिया संस्थान : 03
- चंदन : 10
- सिप्स : 05
- मौत : 03