डाक विभाग में फिर घोटाले की दस्तक
स्वतंत्रदेश,लखनऊ: डाक विभाग में एक बार फिर घोटाले की आहट सुनाई दे रही है। बचत खाते में कम राशि जमा की शिकायत के बाद विभाग ने जांच शुरु की, जिसमें प्रथम दृष्टया शिकायत में कही गई बात सही बताई जा रही है। जांच में शक की सुई एक पोस्टमास्टर की ओर घूम रही है। एसएसपी डाक का कहना है कि अभी जांच चल रही है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
प्रधान डाकघर में करीब 16 वर्ष पहले हुए करोड़ों के डाक घोटाले की स्याही अभी सूखी ही थी कि अब एक बार फिर से घोटाले ने दस्तक दी है। पूर्व में हुए घोटाले में कई डाक एजेंट के अलावा विभाग के एक दर्जन से अधिक कर्मचारी शामिल रहे थे। बाद में यह पूरा मामला सीबीआइ को सौंप दिया गया था।
ताजा मामले में महानगर के एक डाकघर में खुले बचत खाते में जमा राशि विभाग के रिकार्ड में कम होने का मामला सामने आया है। बताते हैं एक महिला खाताधारक जब डाकघर से बचत खाते में जमा राशि निकालने आई तो संबंधित बाबू ने कंप्यूटर में दर्ज रिकार्ड के अनुसार धनराशि बताई। यह सुनते ही महिला बिफर गई। बताते हैं कि महिला की पासबुक में जमा राशि अधिक थी। विभाग के रिकार्ड में जमा राशि और पासबुक में अंकित राशि में करीब 15 हजार का अंतर था।
बाद में महिला ने विभाग को लिखित शिकायत दी। सूत्रों का कहना है कि विभागीय जांच में प्रथम दृष्टया शिकायत सही मिली है। दरअसल पूरे मामले में शक की सुई विभाग से निलंबित चल रहे एक पोस्टमास्टर की ओर घूमी है। कस्बे के एक डाकघर में हुई गड़बड़ी के मामले में पोस्टमास्टर निलंबित चल रहा है।
विभाग को दें सूचना
एसएसपी डाक कार्यालय से डाकघर के बचत खाताधारकों को भेजे नोटिस में उनके बचत खातों में जमा राशि अंकित कर भेजी है। खाताधारकों से कहा गया कि वह नोटिस में अंकित राशि से पासबुक में जमा राशि का मिलान करना सुनिश्चित करें और यदि अंतर तो विभाग को सूचना दें।