दो पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद और अजय भारती का निधन
कोरोनावायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को इससे संक्रमित दो पूर्व मंत्रियों का निधन हो गया। पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद का कोरोना से निधन हो गया। उनका इलाज लोहिया संस्थान के कोविड अस्पताल में चल रहा था। देर शाम वायरस ने पूर्व मंत्री की जान ले ली। लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रवक्ता डॉ श्रीकेश के मुताबिक बाँदा निवासी जमुना प्रसाद 95 वर्षीय थे। पूर्व मंत्री पांच दिन पहले भर्ती हुए थे। जांच में कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद संस्थान के ही कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जहां इलाज के दौरान सोमवार शाम साढ़े सात बजे के करीब निधन हो गया।
बांदा से वरिष्ठ समाजवादी व पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद बोस लखनऊ के लोहिया संस्थान में भर्ती थे। पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद बोस के निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई प्रमुख नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जमुना प्रसाद ने सार्वजनिक जीवन में कर्मठता, ईमानदारी और सादगी का उदाहरण प्रस्तुत किया। वे स्वतंत्रता सेनानी भी रहे और उन्होंने हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए संघर्ष किया।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि जमुना प्रसाद का जाना एक अपूर्णीय क्षति है। सादगी भरा उनका जीवन सदैव प्रेरणा देता रहेगा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जमुना प्रसाद को सिद्धांतों के लिए जीने वाला व्यक्ति बताया। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जमुना प्रसाद ने जनता को ही परिवार माना।
जमुना प्रसाद बोस के निधन पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शोक व्यक्त किया है। पूर्व सीएम ने कहा, समाजवादी मूल्यों के लिए अपना जीवन अर्पित करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री जमुना प्रसाद बोस के अब हमारे बीच न रहने की ख़बर से हम सब बेहद दुखी हैं। उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि। कहा, समाजवादी आंदोलन के इतिहास और भविष्य में उनकी कर्मठता एवं ईमानदारी सदियों तक याद रखी जाएगी।
पूर्व राज्यमंत्री अजय भारती का कोरोना से निधन
बसपा सरकार में राज्यमंत्री रहे अजय भारती का कोरोना संक्रमण से निधन हो गया। उन्होंने सोमवार देर शाम कानपुर के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। भारती बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे। वर्तमान में भाजपा अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के कानपुर मंडल अध्यक्ष थे। तीन दिन पहले उन्हें बुखार आया था तो वह कानपुर चले गए। वहां जांच में उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सोमवार को हालत बिगड़ने पर उन्हें निजी हॉस्पिटल कानपुर ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।