पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से नई शिक्षा नीति को रद करवाने, स्कूल-कॉलेज खुलवाने के लिए पांच से 12 सितंबर तक रोष प्रदर्शन करने के लिए प्रांत स्तरीय आह्वान के तहत सोमवार को सरकारी कॉलेज के गेट के समक्ष नई शिक्षा नीति के जारी दस्तावेज जलाकर रोष प्रदर्शन किया।
इस मौके यूनियन के जिलाध्यक्ष धीरज कुमार व जिला उपाध्यक्ष हरप्रीत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान किए लॉकडाउन का फायदा उठाकर इसको अपने राजनैतिक हितों के लिए इस्तेमाल किया। इस दौरान केंद्र ने जहां कई तरह की लोक विरोधी नीतियां लागू की, वहीं अब नई शिक्षा नीति को लागू करने की तरफ भी कदम बढ़ाए हैं जो कि हर पक्ष से विद्यार्थी वर्ग के विरोध में है। नई शिक्षा नीति के द्वारा मोदी सरकार देश के सभी सरकारी विभागों का बंद करके विदेशों की यूनिवर्सिटियों को विद्यार्थियों की खुली लूट करने के लिए न्योता देने जा रही है और यूनिवर्सिटियों के सभी अधिकार संबंधित कॉलेजों को देकर देश की सभी यूनिवर्सिटियों को खत्म करना चाहती है।
इस मौके पर विद्यार्थी नेता बिमला रानी, सुनीता रानी व सतनाम ने कहा सरकार द्वारा लोगों पर थोपे गए अनावश्यक लॉकडाउन को खत्म करके जल्द से जल्द सभी शैक्षिक संस्थानों को खोला जाए क्योंकि हमारा शैक्षिक ढांचा इतना विकसित नहीं कि ऑनलाइन पढ़ाई के द्वारा अच्छी शिक्षा ग्रहण की जा सके। इस मौके जसवीर सिंह, बलविंदर सिंह, किरण, पलवी, रोजी, सुखचैन सिंह उपस्थित थे।