चौथे टेस्ट मैच में भी होनी चाहिए ऐसी ही पिच
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :तीसरे टेस्ट मैच की पिच को लेकर अब तक बात हो रही है, लेकिन वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स ने कहा है कि वे सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच में भी इसी तरह का ट्रैक देखना चाहते हैं। भारत गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट मैच को दो दिन में जीत गया था। इस मैच में स्पिनरों को फायदा मिला था। रोहित शर्मा को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज इस पिच पर नहीं टिक पाया था। ऐसे में आलोचकों ने बल्लेबाजों की विफलता के लिए पिच को जिम्मेदार ठहराया है।
उधर, भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कहा है कि पिच में कोई खराबी नहीं थी। यहां तक कि कप्तान विराट कोहली ने भी कहा था कि दोनों टीमों के बल्लेबाजों ने खराब प्रदर्शन किया था, जिसके कारण मैच दो दिन नहीं चला। स्पिनर आर अश्विन ने भी यही बात कही थी कि पिच में कोई खराबी नहीं है। इससे आगे अब रिचर्ड्स ने कहा है कि बल्लेबाजों को इस तरह की परिस्थितियों के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए। दूसरे टेस्ट मैच में भी कुछ इसी तरह की पिच थी, जिस पर रोहित और अश्विन ने शतक जड़ा था।
विव रिचर्ड्स ने फेसबुक पर शेयर किए गए एक वीडियो में कहा है, “मुझसे हाल ही में भारत में खेले गए टेस्ट मैच के बारे में सवाल पूछे गए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा और तीसरा टेस्ट मैच को लेकर सवाल हुए हैं और मैं वास्तव में इस सवाल के बारे में थोड़ा उलझन में हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि वे जिस विकेट पर खेल रहे थे उसके बारे में बहुत बात कर रहे हैं। मुझे सिर्फ यह महसूस हुआ कि जो लोग रो रहे हैं, उन्हें मेरी राय में यह महसूस करना चाहिए कि ऐसी परिस्थिति से कैसे निपटा जाए, जहां सीकिंग ट्रैक पर गेंद अच्छी लंबाई से आ रही है। इसी पिच हर कोई सोचता है कि बल्लेबाजों के लिए एक समस्या है, लेकिन कई बार बल्लेबाजों का सामना करना पड़ता है।”
उन्होंने आगे कहा, “लेकिन अब आप दूसरे पक्ष को देख चुके हैं और यही कारण है कि मुझे लगता है कि इसे टेस्ट मैच क्रिकेट का नाम दिया गया था, क्योंकि यह दिमाग और इच्छाशक्ति और बाकी सभी चीजों का टेस्ट है। शिकायतें रही हैं कि विकेट बहुत अधिक स्पिन कर रहा है। यह आर्क लोगों का एक और पक्ष है। लोग यह भूल जाते हैं कि आप भारत जा रहे हैं। आपको यह उम्मीद करनी चाहिए कि वहां गेंद स्पिन होगी। आप स्पिनरों की भूमि पर खेलने जा रहे हैं।
विव रिचर्ड्स ने इसी कड़ी में आगे कहा, “इस पर ज्यादा सोचने से अच्छा है कि यह सोचा जाए कि ये मैच इतनी जल्दी कैसे खत्म हो गया। यह इंग्लैंड को चीजों का आकलन करने का एक मौका और देता है, यह विश्वास करने के लिए कि किसी कारण से वे चौथे टेस्ट में जिस विकेट पर खेलने जा रहे हैं, वो वैसा ही होने वाला है। अगर मैं भारत होता या मुझे विकेट की तैयारी से कोई लेना-देना होता, तो मैं बहुत कुछ उसी तरह से आयोजित करता।”