लोहिया संस्थान में छात्रों के लिए किराए का चक्कर
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एमबीबीएस की अधिकतर सीटों पर छात्रों ने दाखिला ले लिया है। वहीं, न्यू कैंपस में उसके हॉस्टल का टॉवर अभी अधूरा पड़ा है। उधर, अवध विहार योजना में किराए पर फ्लैट लेने की योजना बनी। मगर, इस पर वित्तीय पेंच फंस गया है। ऐसे में छात्रों के लिए हॉस्टल का संकट खड़ा हो गया है। लोहिया संस्थान में वर्ष 2017 में एमबीबीएस की कक्षाएं चल रही हैं।
वहीं, दो साल में सरकार ने एमबीबीएस की सीटें बढ़कर दो सौ कर दी हैं। अब तक तीन एमबीबीएस के बैच आ चुके हैं। चौथे बैच के 200 छात्र-छात्राओं की प्रवेश की प्रक्रिया नवंबर से जारी है। अधिकतर सीटों पर एडिमशन हो गए हैं। कुछ सीटें ही रिक्त हैं, वह काउंसिलंग भी भर जाएंगी। यहां बैच बढ़ने के साथ-साथ हॉस्टल का निर्माण समय पर नहीं कराया जा सका। न्यू कैंपस में बन रहे 14 मंजिला टॉवर को निर्माणदायी संस्था को 30 जून तक हॉस्टल हैंडओवर करना था।
40 फ्लैट लेने की थी योजना
योजना के मुताबिक एमबीबीएस के पुराने छात्रों को अवध बिहार योजना में शिफ्ट किया जाना था। वहीं, प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं को मुख्य कैंपस के हॉस्टल में रखना तय किया गया। ऐसे में पुराने छात्रों का हॉस्टल 12 किमी दूर हो जाएगा। लिहाजा, उन्हें हॉस्टल से कैंपस तक बस से लाया जाएगा।