ट्रंप आखिर किस शर्त पर छोड़ने को राजी हुए अपनी कुर्सी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बाइडन चुनाव जीत चुके हैं। वह जीत के लिए निर्धारित इलेक्ट्रॉल कालेज के 270 मतों का आंकड़ा पार कर चुके हैं। इतना ही नहीं वह अपनी नई कैबिनेट के नामों का ऐलान भी कर चुके हैं, लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रपति ट्रंप अभी किसी सूरत में हार मानने को राजी नहीं है। उम्मीद है कि 20 जनवरी तक बाइडन अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। इसके बावजूद राष्ट्रपति ट्रंप अभी भी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। गुरुवार को दिए अपने एक नए बयान के कारण सुर्खियों में है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अगर इलेक्ट्रॉल कालेज बाइडन को विजेता घोषित करता है तो वह व्हाइट हाउस छोड़ने को राजी होंगे। उनके इस बयान के बाद राष्ट्रपति चुनाव में हार-जीत का मामला अब अदालत से निकल कर इलेक्ट्रॉल कालेज के पास पहुंच गया है। इसके पूर्व भी हार-जीत को लेकर अपने अटपटे बयानों के कारण ट्रंप सुर्खियों में रह चुके है।
बाइडन अगर राष्ट्रपति बने तो निर्वाचक मंडल की होगी बड़ी भूल
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अगर इलेक्ट्रॉल कालेज बाइडन को विजेता घोषित करता है तो वह व्हाइट हाउस छोड़ने को राजी होंगे। उन्होंने कहा कि 20 जनवरी बहुत दूर है। ट्रंप ने कहा कि तब तक घटनाक्रम में तेजी से बदलाव आएंगे। राष्ट्रपति चुनावों में हुई धोखाधड़ी तब तक उजागर हो जाएगी। ट्रंप ने कहा कि हम चुनावों में हार-जीत के लिए किसी तीसरी दुनिया की तरह कंप्यूटर उपकरणों को हैक करने की रणनीति अपना रहे हैं। उन्होंने मीडिया के समक्ष कहा कि वह व्हाइड हाउस छोड़ देंगे अगर इलेक्ट्रॉल कालेज बाइडन को राष्ट्रपति के रूप में प्रमाणित करता है।