उत्तर प्रदेशराज्य

जल्द जिला स्तर पर बनेगा एक्सपोर्ट एक्शन प्लान

स्वतंत्रदेश , लखनऊ । निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार गंभीर है। इसी के तहत हर जिले के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए जिला स्तर पर एक्सपोर्ट एक्शन प्लान बनाने को कहा गया है। शासन की ओर से कंसलटेंसी फर्म अर्नेस्ट एंड यंग (ई एंड वाई) को कार्ययोजना बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। गोरखपुर में भी इस प्लान पर काम शुरू हो गया है।

निर्यात को बढ़ावा देने के लिए अब जिला स्‍तर पर एक्‍सपोर्ट एक्‍शन प्‍लान बनेगा। इसकी तैयारी के लिए 23 नवंबर को गीडा में एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।

23 को गीडा में उद्यमियों के साथ बैठक करेंगे प्रशासनिक अधिकारी

23 नवंबर को गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रशासनिक अधिकारी, उद्यमी, उद्योग विभाग के अधिकारी, फर्म के प्रतिनिधि शामिल होंगे। केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी आनलाइन जुड़ेंगे।

नेपाल को निर्यात में 10 फीसद ही है प्रदेश का हिस्सा

गोरखपुर पड़ोसी राष्ट्र नेपाल की सीमा के काफी नजदीक है। इस बार्डर से ही बड़े पैमाने पर सामान की आपूर्ति वहां की जाती है। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन का कहना है कि नेपाल को भारत की ओर से होने वाले निर्यात में उत्तर प्रदेश का हिस्सा करीब 10 फीसद ही है।

ड्राई पोर्ट एवं सेज की योजना

निर्यात को बढ़ाने के लिए गोरखपुर में ड्राई पोर्ट एवं स्पेशल इकोनामिक जोन (सेज) विकसित करने की भी योजना है। इसके लिए जमीन चिन्हित करने की प्रक्रिया चल रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ड्राई पोर्ट जरूरी है। साथ ही सेज का काम भी पाइप लाइन में है। यहां निर्यात पार्क बनाने की भी योजना है।

जिले में निर्यात का एक्शन प्लान बनाने के लिए प्रयास शुरू हो गया है। प्रदेश सरकार की ओर से इसके लिए कंसलटेंसी फर्म को जिम्मेदारी दी गई है।

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