उत्तर प्रदेशराज्य

लखनऊ में त्योहार पर संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:त्योहार पर संक्रमण फैलने का खतरा है। यही वक्त वायरस की दूसरी लहर का कारण बन सकता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। ट्रेसिंग, सैंपलिंग-टेस्टिंग को बढ़ा दिया है। वहीं एंटीजेन किट से जांच के साथ लैब में सैंपल भेजने की तादाद भी अधिक कर दी है।

शहर में करवाथ चौथ धनतेरस दीवाली पर आवागमन बढ़ा है। त्योहार में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सैंपलिंग-टेस्टिंग बढ़ी।

शहर में करवाथ चौथ, धनतेरस, दीवाली पर आवागमन बढ़ा है। बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। वहीं गैर राज्यों व जनपदों के लोगों का मूवमेंट बढ़ गया है। ऐसे में 29 अक्टूबर से टारगेट कोरोना टेस्टिंग शुरू की गई है। इसमें ऑटो रिक्शा चालक, रिक्शा, थ्री व्हीलर्स वाहन के चालकों का टेस्ट किया गया।

इसके बाद मेहंदी आर्टिस्ट, ब्यूटीपॉर्लर समेत अन्य दुकानदारों का सैंपल लिया गया। इसका मकसद, दुकानदारों व उनके स्टाफ पर संक्रमण की समयगत पहचान कर बीमारी के फैलने से रोकना रहा।

एसीएमओ डॉ. एमके सिंह के मुताबिक, कोरोना के टेस्ट 70 फीसद एंटीजेन किट व 30 फीसद आरटीपीसीआर कराने का आदेश है। मगर, शहर में संक्रमण थामने के लिए आरटीपीसीआर के लिए कुल सैंपल के 48 फीसद लैब भेजे जा रहे हैं। ऐसे में संदिग्ध मरीज की सटीक जांच हो सकेगी। यह संक्रमण रोकने में कारगर साबित होगा। वहीं पहले जहां तीन से चार हजार रोज मरीजों की जांच हो रही है। वहीं, अब छह हजार से आठ हजार के बीच कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं।

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