ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट
स्वतंत्रदेश ,लखनऊजम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बायसरन घाटी में पर्यटकोंं पर हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद भारत-नेपाल सीमा हाई अलर्ट पर है। नेपाल बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है। एसएसबी व पुलिस टीमें रुपईडीहा स्थित बार्डर पर सघन चेकिंग अभियान चला रही हैं। यही नहीं नेपाल से जुड़ी भारत की लगभग 100 किलोमीटर की खुली सीमा के साथ-साथ जलमार्ग पर गश्ती की जा रही है। वहीं नेपाल के सशस्त्र बल भी गश्त कर रहे हैं।बायसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद मंगलवार की रात भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान के अंदर 100 किमी तक घुसकर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। भारतीय सैनिकों की एयर स्ट्राइक में 300 से अधिक पाकिस्तानी आतंकियों के मारे जाने की चर्चा है। इसके बाद से एलओसी पर तनाव बढ़ गया है। इसे देखते हुए नेपाल से सटी भारतीय सीमा पर भी चौकसी को दोगुना कर दिया गया है। नेपाल बॉर्डर पर तैनात एसएसबी डॉग स्क्वॉड के साथ सघन तलाशी अभियान चला रही है। वहीं रुपईडीहा पुलिस भी थाना प्रभारी दद्दन सिंह के नेतृत्व में एक-एक वाहन की जांच कर रही है।एसएसबी 42वीं वाहिनी के कमांडेंट गंगा सिंह उदावत ने बताया कि सेना द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि आतंकी हमले में 25 भारतीय नागरिकों के साथ-साथ नेपाल के नागरिक सुदीप न्यौपाने की भी मृत्यु हुई थी। इससे नेपाल में भी नाराजगी देखी जा रही है। इससे नेपालगंज के सुरक्षा बलों ने भी सीमा पर अपनी उपस्थिति और सतर्कता बढ़ा दी है।

एक-एक वाहन को किया जा रहा स्कैन
रूपईडीहा सीमा चौकी पर तैनात सहायक कमांडेंट अभिषेक कुमार ने बताया कि सुरक्षा घेरे को और बढ़ाया गया है। नेपाल से प्रवेश करने वाले नागरिकों को पहचान पत्र के आधार पर ही प्रवेश दिया जा रहा है। संदिग्ध लगने पर संबंधित से अलग से पूछताछ की जा रही है। वहीं लोगोंं के पास मौजूद बैग आदि को स्कैन किया जा रहा है। वहीं सीसीटीवी कैमरों से चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है। सभी सीमा चौकियों, जंगलों और जलमार्गों पर भी जवान निगरानी बनाए हैं। किसी भी असामाजिक तत्व के सीमा से घुसपैठ करने पर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। नेपाल की सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय भी स्थापित है।