उत्तर प्रदेशराज्य

मुख्यमंत्री योगी ने इन शब्दों में दी आचार्य सत्येंद्र दास को श्रद्धांजलि

स्वतंत्रदेश ,लखनऊदशरथ महल के महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य ने कहा कि रामलला के प्रति उनकी निष्ठा अगाध थी। टेंट से लेकर राम मंदिर निर्माण तक की यात्रा के हर एक पड़ाव के भी साक्षी रहे हैं। वे हमेशा रामलला को टेंट में देखकर द्रवित होते थे। वह संतृप्त की भी मिसाल थे। उनका निधन संत परंपरा की एक बड़ी क्षति है।

श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के निधन पर आध्यात्म जगत के लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त की है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनका जाना आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है। उन्होंने एक्स पर कहा कि परम रामभक्त, श्री राम जन्मभूमि मंदिर, श्री अयोध्या धाम के मुख्य पुजारी आचार्य श्री सत्येन्द्र कुमार दास जी महाराज का निधन अत्यंत दुःखद एवं आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है। विनम्र श्रद्धांजलि!

दशरथ महल के महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य ने कहा कि रामलला के प्रति उनकी निष्ठा अगाध थी। टेंट से लेकर राम मंदिर निर्माण तक की यात्रा के हर एक पड़ाव के भी साक्षी रहे हैं। वे हमेशा रामलला को टेंट में देखकर द्रवित होते थे। वह संतृप्त की भी मिसाल थे। उनका निधन संत परंपरा की एक बड़ी क्षति है।

रामलला और उनकी सेवा को लेकर बेबाक टिप्पणी करते थे

श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख राजकुमार दास कहते हैं कि आचार्य सत्येंद्र दास बेहद सहज और सरल होकर भी रामलला और उनके सेवा को लेकर बेबाक टिप्पणी करते थे। यह उनकी परम रामभक्ति का परिचायक था। उन्होंने हर परिस्थितियों में रामलला की बेहतर से से बेहतर सेवा की। उनका यह योगदान करोड़ों रामभक्त परिवार हमेशा याद रखेगा। यह संयोग कहें या राम की कृपा की माघ पूर्णिमा के पवित्र दिन उन्होंने परलोक के लिए प्रस्थान किया।

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