कोरोना मुक्ति कामना के लिए हो रहा हवन-पूजन
शहर में चल रहे गणेशोत्सव में भले ही श्रद्धालुओं के आने पर प्रतिबंध हो, लेकिन पुजारी हर दिन समाज को कोरोना से मुक्ति की कामना के लिए हवन पूजन कर रहे हैं। बुधवार काे प्रथम पूज्य देव की आरती के साथ ही मोदक का भोग लगाया गया। महानगर स्थित श्याम सत्संग भवन में चल रही गणेश पूजा में समिति के लोग हर दिन पूजन में हिस्सा ले रहे हें। कमेटी के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि विगत वर्षों की भांति मनौतियों के राजा के नाम की चिट्ठी श्रद्धालुओं द्वारा प्रथम पूज्यदेव को लिखकर उन्हें समर्पित करते थे। इस बार काेरोना संक्रमण के चलते 31 अगस्त को महानगर के श्याम सत्संग भवन में हो रहे उत्सव के गेट पर रखे बॉक्स डाल सकते हैं।
गोमतीनगर के पत्रकारपुरम में श्री गणेश पूजा कमेटी की ओर से राजेंद्र प्रसाद दुबे ने पूजन कर कोरोना से मुक्ति की कामना की। बीरबल साहनी मार्ग स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर में स्थापित गजानन को 101 किलो देसी घी के बने लड्डुओं का भाेग लगाया गया। संयोजक एससी शर्मा ने बताया कि पुजारी पवन मिश्रा ने पूजन का शारीरिक दूरी के साथ श्रद्धालुओं को दर्शन कराए। मराठी समाज और चौक के व्यापारियों की ओर से स्थापित होने वाले चौक के राजा गजानन की स्थापना संतोषी माता मंदिर में की गई है। संयोजक अनुराग मिश्रा ने बताया कि काेरोना संक्रमण के चलते केवल पदाधिकारी व पुजारी ही मंदिर में आ रहे हैंश्री गणेश युवा मंडल यहियागंज में कोरोना मुक्त स्वरूप की प्रतिमा स्थापित की गई है। अमीनाबाद के राजा की पूजा प्रताप मार्केट में की गई। संयोजक अतुल अवस्थी ने बताया कि पदाधिकारियों ने पूजन किया। दो पुजारी हर दिन आरती करेंगे। हीवेट रोड के मंदिर में स्थापित गणेश जी को मोदक का भाेग लगाया गया। मनकामेश्वर मंदिर में स्थापित गोबर के गजानन का महंत देव्या गिरि ने पूजन किया और महिलाओं ने भजन प्रस्तुत कर सभी काे मंत्रमुग्ध कर दिया।
विसर्जन का स्थान बताए प्रशासन
कमेटियों की ओर से इस बार गोमती नदी के बजाय प्रतिमाओं का भूमि विसर्जन किया जाएगा। कमेटियों ने प्रशासन ने विसर्जन का स्थान निर्धारित करने की मांग की है। कमेटियों का कहना है कि शारीरिक दूरी के साथ पांच श्रद्धालु भूमि विसर्जन करेंगे, लेकिन स्थान न होने से असमंजस की स्थिति बनी है। प्रशाासन की ओर से विसर्जन घाटों पर बेरीकेडिंग कर दी गई है।