लखनऊ के होटल राज में देर रात लगी भीषण आग
स्वतंत्रदेश , लखनऊदेर रात शार्ट सर्किट से लखनऊ के हुसैनगंज में पांच मंजिला होटल राज में आग लग गई। होटल में ठहरे 30-40 लोग फंस गए। धुएं से कई लोगों की हालत बिगड़ गई। हजरतगंज समेत कई फायर स्टेशन से दमकल कर्मी और हुसैनगंज पुलिस मौके पर पहुंची। दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें तल पर फंसे बुजुर्ग, युवा और महिलाएं खिड़की पर खड़ी चीख पुकार कर रही थीं। दमकल कर्मियों ने सीढ़ी लगाकर लोगों को निकालना शुरू किया। इस दौरान दूसरे तल पर कमरा नंबर 206 में रुके बदायूं के मनोज मैसी समेत तीन लोग खिड़की में लटक गए। दमकल एक ओर से शीशा तोड़कर अंदर घुसे। धुएं के कारण कुछ दिखाई नहीं दे रहा था।
लोगों को गोद में लेकर खिड़की और सीढ़ी के रास्ते उतारना शुरू किया। बरेली से आए महेश चंद्र , कृष्ण मुरारी, शर्मा, महेश शर्मा समेत अन्य को सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान धुएं के कारण कई बुजुर्गों की हालत बिगड़ गई। उन्हें एम्बुलेंस से अस्पताल भेज गया। एक बुजुर्ग की हालत नाजुक बताई जा रही है। एफएसओ हजरतगंज रामकुमार रावत ने बताया कि आग के कारणों का पता नहीं चल सका है। जांच के बाद ही पता चलेगा। रेस्क्यू किया जा रहा है। कुछ लोगों को धुएं के कारण दिक्कत हुई है। उन्हें अस्पताल भेजा गया है।
कमरे में भर गया धुंआ, घुटने लगा था दम
बुजुर्ग महेश चंद्र शर्मा ने बताया कि वह सरकारी विभाग से सेवानिवृत्त हैं। साथी कृष्ण मुरारी, महेश शर्मा के साथ होटल के कमरे नम्बर 305 चौथे तल पर रुके थे। वह सो रहे थे। एकाएक धुआं बाहर निकला। जीने की ओर भागा। धुएं के कारण कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। खिड़की पर पहुंचा किसी तरह खोली तो कुछ राहत मिली। इस बीच दमकल कर्मी पहुंचे। उन्होंने साथयों समेत गोद में लेकर सीढ़ी के रास्ते हम सबको निकाला। सुरक्षित बाहर आए। सांस फूल रही थी। दमकल कर्मी पानी लेकर दौड़े। पानी पीने के बाद राहत मिली।स्मोक सेंसर और अग्निशमन यंत्र खराब पड़े थे। होटल में लगे फायर एक्सटिग्विशर भी बेकार थे। हादसे के बाद होटल कर्मचारी भी निकल कर बाहर आ गए। उन्होंने किसी यात्री को निकालने का प्रयास तक नहीं किया।