बिजली विभाग ने मारा छापा, 15 उपभोक्ताओं के मीटर में मिली गड़बड़ी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ मीडर रीडर क्षेत्र में रीडिंग में घालमेल कर रहे हैं। दिसंबर में परीक्षण खंड की लैब में हुई मीटर्स की जांच में पता चला कि बिजली अधिक खर्च हुई थी और उसे कम दिखाया गया था। जांच में 15 मीटर्स में लगभग 23 हजार यूनिट रीडिंग स्टाेर मिली है।रिपोर्ट मिलने के बाद वितरण खंड की ओर से संबंधित उपभोक्ताओं को स्टोर मिली रीडिंग के बिल जारी किए गए हैं, साथ ही संबंधित मीटर्स रीडर्स के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है।
रीडिंग में गड़बड़ी की आशंका वाले मीटर्स की यहां शहर में स्थिति परीक्षण खंड में जांच की जाती है। साथ ही खराब मीटर की जगह पर उपभोक्ता के यहां नए मीटर लगाए जाते हैं। यहां परीक्षण खंड में दिसंबर महीने में विद्युत वितरण खंड प्रथम क्षेत्र के 298 मीटर व द्वितीय क्षेत्र में 249 मीटर्स की जांच की गई। इनमें से 75 मीटर ऐसे निकले जिनकी डिस्प्ले गड़बड़ होने के कारण प्राथमिक जांच में गड़बड़ी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी।
आधुनिक लैब में इन मीटर्स की चिप की जांच की गई तो 15 मीटर्स में लगभग 23 हजार यूनिट रीडिंग स्टोर मिली। अधिकारियों ने बताया कि दो मोबाइल टावर्स के मीटर्स की जांच में क्रमश: आठ हजार व पांच हजार यूनिट एवं शेष 13 घरेलू उपभोक्ताओं के यहां लगभग 10 हजार यूनिट रीडिंग स्टोर मिली।
परीक्षण खंड की ओर से इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद वितरण खंड प्रथम और द्वितीय द्वारा संबंधित उपभोक्ताओं को स्टोर मिली रीडिंग का बिल जारी किया गया है। साथ ही विभाग की ओर से कार्यदायी संस्था को पत्र लिखकर संबंधित क्षेत्र के मीटर रीडर्स के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। एसडीओ केपी सिंह ने बताया कि संबंधित क्षेत्र के मीटर रीडर्स पर कार्रवाई के लिए कार्यदायी संस्था को पत्र भेजा गया है। साथ ही जहां के मामले सामने आए हैं, वहां बड़े उपभोक्ताओं के मीटर्स की रैंडम जांच भी कराई जाएगी।