रूसी राजदूत ने दिया भारतीयों को मदद का भरोसा
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:रूस का यूक्रेन पर हमला लगातार 7वें दिन भी जारी है। इस बीच 10 फ्लाइट्स से 2305 भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया है। भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा है- हम खार्किव और पूर्वी यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों में फंसे भारतीयों के लिए भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं। हमें रूस के क्षेत्र के माध्यम से वहां फंसे सभी लोगों को आपातकालीन निकासी के लिए भारत के अनुरोध प्राप्त हुए हैं।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के अभियान ‘ऑपरेशन गंगा’ में वायुसेना भी शामिल हो गई है। वायुसेना के दो ट्रांसपोर्ट विमान C-17 ने बुधवार सुबह हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी। वायु सेना का एक विमान, टैंट, कंबल और अन्य मानवीय सहायता सामग्री लेकर हिंडन एयरबेस से रवाना हुआ। माना जा रहा है कि अपनी पहली उड़ान में ही 400 से ज्यादा भारतीय छात्रों को यह विमान एयरलिफ्ट करके बुधवार शाम तक भारत ला सकता है। इंडियन एयरफोर्स का कहना है कि भारतीयों को निकालने के लिए प्रतिदिन 4 विमान उड़ाए जाने की तैयारी है।
इस बीच भारतीयों को लेकर एक और फ्लाइट दिल्ली पहुंची है। इससे 251 भारतीयों से लाया गया। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एयरपोर्ट पर यात्रियों का स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी स्थानीय भाषा में बात करके यात्रियों का स्वागत किया।उधर, ऑपरेशन गंगा की निगरानी के लिए रोमानिया के बुखारेस्ट पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वहां इंतजार कर रहे भारतीयों से बात की। वे रोमानिया और मोलडोवा के राजदूत से भी मिले। सिंधिया ने बताया कि मोलडोवा की बॉर्डर भी भारतीयों के लिए खोल दी गई है। वहां पहुंचने वाले भारतीयों के ठहरने का भी इंतजाम कर दिया गया है।
पोलैंड ऐंबैसी की एडवायजरी, बुडोमाइर्ज बॉर्डर से एंट्री करें
पोलैंड में इंडियन ऐंबैसी ने वहां पहुंच रहे भारतीयों के लिए नई एडवायजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि यूक्रेन के ल्वीव, टर्नोपिल और पश्चिमी हिस्सों से पोलैंड आ रहे भारतीयों को आसान एंट्री के लिए बुडोमाइर्ज बॉर्डर चेक प्वाइंट का उपयोग करना चाहिए। वहां इंडियन ऐंबैसी ने अधिकारी भी तैनात कर दिए हैं।
पोलैंड में प्रवेश के लिए शिहाइनी-मिडाइका बॉर्डर का उपयोग करने से बचें। वहां काफी भीड़भाड़ है। इस बीच पोलैंड से भारतीयों को लेकर पहली फ्लाइट रवाना हो गई है।
PM ने की बैठक, वायुसेना की मदद लेने का फैसला
इसके पहले मंगलवार शाम इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल मीटिंग की थी। इसी में वायु सेना से मदद लेने का फैसला लिया गया। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि PM ने यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए 3 दिनों में 26 फ्लाइट्स भेजने का फैसला किया है।
भारतीयों को एयरलिफ्ट करने के लिए बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा पोलैंड और स्लोवाक के एयरपोर्ट का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं
श्रृंगला ने आगे बताया कि हमारे सभी नागरिकों ने कीव छोड़ दिया है। हमारे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक कीव में हमारे और नागरिक नहीं हैं। वहां से हमें किसी ने संपर्क नहीं किया है। हमने जब अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी उस समय यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय छात्र थे। तब से लगभग 12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं।
बाकी बचे 40% छात्रों में से लगभग आधे संघर्ष क्षेत्र में हैं और आधे यूक्रेन की पश्चिमी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं या उसकी तरफ बढ़ रहे हैं।