उत्तर प्रदेशराज्य

महिला सुरक्षा पर पुलिस लापरवाह

स्वतंत्रदेश,लखनऊ: काकोरी में छात्रा से रेप की घटना के बाद ऑटो, टेम्पो चालकों से फिर महिलाओं को खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। चार साल पहले ऐसी ही घटना सामने आने के बाद पुलिस ने ऑटो पर यूनिक नम्बर और चालक के लिए नेम प्लेट वाली वर्दी अनिवार्य किया था। लेकिन पुलिस की लापरवाही से यह व्यवस्था ठप हो गयी।

  ऑटो, टेम्पो पर न यूनिक नम्बर न ड्राइवर लगा रहे नेम प्लेट, पुलिस की यह लापरवाही महिलाओं, छात्राओं के लिए बन रही खतरा

काकोरी के दुबग्गा में ऑटो चालक ने गुरुवार को एक छात्रा को तीन घण्टे तक बंधक बनाकर रेप किया। छात्रा न तो ऑटो का नम्बर देख पाई न ही ड्राइवर का नाम मालूम था। इसकी वजह से आरोपी चालक को पकड़ने में घंटो लग गए। गनीमत रही कि चालक को पुलिस की गतिविधियों की भनक नही लगी और शहर छोड़कर भागा नही था इसलिए पकड़ में आ गया। 2019 में ऐसी ही घटना के बाद यूनिक नम्बर की योजना बनी थी ताकि दूर से ही ऑटो, टेम्पो की पहचान हो सके और सवारियों को ड्राइवर का नाम मालूम रहे।

2018 में इंदिरानगर में हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही देवरिया की छात्रा को ऑटो चालक ने रिंग रोड से अगवा कर लिया। उसे आईआईएम रोड ले जाकर तीन चालकों ने गैंगरेप किया और हत्या करके शव घैला के पास हाइवे से नीचे फेंककर फरार हो गए थे। सीसीटीवी फुटेज से कड़ियां जोड़ते हुए करीब 20 दिन बाद पुलिस सीतापुर के तीन ऑटो चालकों को गिरफ्तार कर पाई थी।

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