एक वर्ष बाद हुई नमाज, 106 लोगों ने झुकाया सजदे में सिर
स्वतंत्रदेश,लखनऊ: ताजमहल में शुक्रवार को एक वर्ष के अंतराल के बाद नमाज के लिए लोगों को प्रवेश मिल सका। कोरोना काल में जिला प्रशासन ने धार्मिक स्थलों को बंद कर रखा था। शिवरात्रि (11 मार्च) से पूर्व धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत जिला प्रशासन ने दी थी।
ताजमहल शुक्रवार को साप्ताहिक बंदी के चलते बंद रहता है। दाेपहर की नमाज के लिए इसे खोला जाता है। स्थानीय नागरिकों को ही नमाज के लिए प्रवेश दिया जाता है। कोरोना काल में ताजमहल तो 21 सितंबर को खुल गया था, लेकिन धार्मिक स्थलाें को खोलने का प्रशासन ने आदेश जारी नहीं किया था। इसके चलते शुक्रवार को ताजमहल नमाज के लिए नहीं खुल रहा था। पिछले शुक्रवार को शाहजहां के उर्स के चलते ताजमहल खुला हुआ था और मस्जिद में नमाज पढ़ी गई थी। शुक्रवार को दोपहर की नमाज के लिए ताजमहल खुला और लोगों ने मस्जिद में नमाज पढ़ी। मुल्क में अमन-चैन और दुनिया से कोरोना के खात्मे की दुआ की गई।
106 लोग पहुंचे नमाज को
ताजमहल में शुक्रवार को नमाज के लिए 106 लाेग पहुंचे। पूर्वी व पश्चिमी गेट पर रजिस्टर में उनकी एंट्री की गई। लोग सीधे गेट से प्रवेश चाहते थे, लेकिन केंद्रीय आैद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) ने उन्हें डोर फ्रेम मैटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) से चेकिंग के बाद ही प्रवेश को कहा। लोगों ने इस पर आपत्ति भी जताई, लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा ताकीद के बाद सभी डीएफएमडी से चेकिंग कराकर पहुंचे।
188 दिन बंद रहा था ताजमहल
संस्कृति मंत्रालय ने 17 मार्च, 2020 को स्मारकों को बंद कर दिया था। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू रहा था और 23 मार्च से आगरा में लाक डाउन हो गया था। 20 मार्च को शुक्रवार था, लेकिन स्मारक बंद होने से नमाज के लिए लोगों को प्रवेश नहीं दिया गया था।