उत्तर प्रदेशराज्य

संंसद की कार्यवाही 1 फरवरी तक स्थगित

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ शुक्रवार को बजट सत्र की शुरुआत हो गई। सत्र की शुरुआत कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत पूरी सुरक्षा व कड़े इंतजामों के साथ की गई। 3 बजे से राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई जिसमें सदन के अध्यक्ष व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के अहम हिस्सों को पढ़ा। राष्ट्रपति ने दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित किया। सबसे पहले उन्होंने समय से लॉकडाउन लागू किए जाने को लेकर केंद्र सरकार को बधाई दी और कहा कि इससे कई लाख जिंदगियां बच गई। साथ ही महामारी के कारण हुई मौतों पर दुख जताया और श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान विपक्ष की ओर से विरोध जताया गया और कृषि कानूनों को रद करने की मांग के साथ किसानों के समर्थन में खूब नारेबाजी भी हुई। सोमवार, 1 फरवरी तक लोकसभा (Lok Sabha) व राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।

                  बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ हो गई।

विपक्ष का विरोध

राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनिवाल ने पोस्टर लहराया और नारेबाजी की। वे तीनों कृषि कानूनों को रद करने की मांग कर रहे थे। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा, ‘कृषि कानूनों को रद किया जाना चाहिए। हमने राष्ट्रपति के अभिभाषण का विरोध किया और किसानों के समर्थन में नारे लगाए। हमें सेंट्रल हॉल में प्रवेश की अनुमति नहीं थी। किसानों को देशद्रोही कहा गया इसलिए हमने विरोध किया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘किसानों को इस ठंड में पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले झेलने पड़े। ये तीनों कानून वापस होने चाहिए।

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा-

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी संसद को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘आत्मनिर्भर भारत केवल भारत में मैन्युफैक्चरिंग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि हर भारतीय के जीवन स्तर को ऊंचा करने और देश के आत्मविश्वास को बढ़ाने के उद्देश्य से एक अभियान है।

राष्ट्रपति ने  तीनों कृषि कानूनों का मामला भी उठाया। राष्ट्रपति ने कहा, ‘कृषि को और लाभकारी बनाने के लिए मेरी सरकार आधुनिक कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी विशेष ध्यान दे रही है। इसके लिए एक लाख करोड़ रुपए के एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड की शुरुआत की गई है।’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘मेरी सरकार यह स्पष्ट करना चाहती है कि तीन नए कृषि कानून बनने से पहले, पुरानी व्यवस्थाओं के तहत जो अधिकार थे तथा जो सुविधाएं थीं, उनमें कहीं कोई कमी नहीं की गई है।

मैन्युफेक्चरिंग से जुड़े 10 सेक्टरों के लिए लाई गई स्कीम

राष्ट्रपति ने देश के मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े 10 सेक्टरों के लिए देश में लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपये की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम लागू करने की बात कही। उन्होंने कहा, इसका लाभ इलेक्ट्रॉनिक्स सहित अनेक दूसरे सामान की मैन्युफैक्चरिंग में दिखने भी लगा है।’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘GeM  पोर्टल से देश के दूरदराज वाले क्षेत्रों के MSMEs को सरकारी खरीद में पारदर्शिता के साथ-साथ अधिक भागीदारी भी मिल रही है।’

भारत के भविष्य के लिए अहम है यह दशक: पीएम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘इस दशक का आज पहला सत्र प्रारंभ हो रहा है, भारत के उज्जवल भविष्य के लिए ये दशक बहुत ही महत्वपूर्ण है। आज़ादी के दिवानों ने जो सपने देखे थे उन्हें सिद्ध करने का स्वर्णिम अवसर अब देश के पास आया है। भारत के इतिहास में साल 2020 में पहली बार हुआ कि हमें अलग-अलग पैकेज के रूप में चार-पांच मिनी बजट देने पड़े। इसलिए मुझे विश्वास है कि ये बजट भी उसी श्रृंखला में देखा जाएगा।’

आज से शुरू हो रहे सत्र के मद्देनजर संसद परिसर की सुरक्षा जांच की गई। बता दें कि बजट सत्र हंगामेदार होने की पूरी संभावना है। कृषि कानूनों को लेकर सरकार और विपक्ष में तकरार के आसार हैं। हालांकि, गुरुवार को कांग्रेस समेत 16 विपक्षी पार्टियों की ओर से कहा गया कि वे आज होने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे। वहीं बीजू जनता दल ने इससे दूरी बनाई है और कहा है कि वह संसद में उपस्थित रहकर हर मुद्दे पर अपनी बात रखेगा।

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