उत्तर प्रदेशराज्य

गोरखपुर पुलिस ने माना बेगुनाह थे आर्म्‍स एक्‍ट में जेल गए 10 लोग

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :फर्जी शस्‍त्र लाइसेंस बनवाने के आरोप में जेल गए 10 लोगों को बेगुनाह मानते हुए खोराबार पुलिस ने मुकदमे में एफआर (अंतिम रिपोर्ट) लगा दी है। बेगुनाह होने का साक्ष्‍य लेकर एक साल से सभी लोग पुलिस अधिकारियों व थाने का चक्‍कर लगा रहे थे।

गोरखपुर में फर्जी शस्‍त्र लाइसेंस बनवाने के आरोप में जेल गए 10 लोगों को बेगुनाह मानते हुए पुलिस ने मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट लगा दी है।

जांच में पता चला लाइसेंस हैं वैध, जब्त असलहा भी दिया गया वापस

खोराबार थाना क्षेत्र के नौवा अव्वल गांव निवासी रामनयन सहित दस लोगों को खोराबार पुलिस ने छह अक्टूबर 2019 को फर्जी तरीके से धारा 3/25 आयुध अधिनियम का उन्हें अभियुक्त बनाकर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। न्यायालय के आदेश से एक सप्ताह बाद मुक्त किया गया। रामनयन ने अधिकारियों को पत्र लिखकर बताया कि उनका लाइसेंस और असलहा सही था पर पुलिस ने जानबूझकर धन उगाही करने की नीयत से एसबीबीएल गन लाइसेंस को फर्जी बता दिया था। उनके साथ ही विजय कुमार सिंह, रामचन्द्र , विनोद कुमार, मुहम्मद बिन कासिम, जगदीश शुक्ला, रामनिवास यादव, महताब अहमद ,रामअषीश निषाद, रामहित यादव आदि लाइसेंस धारकों को भी इसी तरह के आरोप में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जबकि इनका भी लाइसेंस वैध था। रिहा होने के बाद सभी लोगों ने शस्त्र कार्यालय से रजिस्टर एवं लाइसेंस स्वीकृति आदेश की सत्य प्रतिलिपि प्राप्त करके विवेचक गण को उपलब्ध करा दिया था।

14 अगस्त 2019 को सामने आया था मामला

14 अगस्त 2019 को फर्जी असलहा लाइसेंस का मामला सामने आया था। इसकी जांच के लिए प्रशासन और पुलिस की एसआइटी का गठन किया गया था।

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