रामलला के दरबार में योगी सरकार ने लगाई हाजिरी
स्वतंत्रदेश ,लखनऊअयोध्या में राम जन्मभूमि पर बने भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में रविवार को योगी सरकार ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। प्रदेश के मंत्री व विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दर्शन किए। इस दौरान सभी बेहद उत्साहित दिखे और भक्ति भाव में डूबे हुए नजर आए। राम जन्मभूमि के गेट नंबर 11 से 10 बसों में आए विधायकों और मंत्रियों को प्रवेश दिया गया।अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बने भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में रविवार को योगी सरकार ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। प्रदेश के मंत्री व विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दर्शन किए। इस दौरान सभी बेहद उत्साहित दिखे और भक्ति भाव में डूबे हुए नजर आए। राम जन्मभूमि के गेट नंबर 11 से 10 बसों में आए विधायकों और मंत्रियों को प्रवेश दिया गया।दर्शन करने के बाद इस मौके पर यूपी के विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना भावुक हो गए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं यहां उस समय आया था जब यहां एक ढांचा खड़ा था। मैं उस समय भी आया था जब यहां एक चबूतरा बना हुआ था। आज भव्य मंदिर में दर्शन किए। मैं भाव विह्वल हूं और प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित हूं।अयोध्या पहुंचने पर सभी का जोरदार स्वागत हुआ।
स्थानीय लोगों ने बसों पर फूल बरसाते हुए जय श्रीराम के नारे लगाए।स्वागत के लिए लोग बुलडोजर पर सवार होकर आए और जय श्रीराम के उद्घोष के साथ फूल बरसाए।लखनऊ विधानसभा के सामने से योगी कैबिनेट के मंत्री और विधायक लग्जरी बसों से अयोध्या के लिए रवाना हुए। रास्ते में बाराबंकी में सभी की शानदार अगवानी हुई। यहां पर सभी ने नाश्ता किया और जय श्रीराम के उद्घोष के साथ आगे के लिए रवाना हो गए। लखनऊ अयोध्या हाईवे पर 10 लग्जरी बसें मोहम्मदपुर पुलिस चौकी के पास जैसे ही बाराबंकी की सीमा में दाखिल हुई आसपास सड़कों पर खड़े लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए। यहीं से पुलिस ने बसों के चारों ओर सुरक्षा घेरा बना लिया। बाराबंकी शहर के बाईपास से होते हुए बसों का यह काफिला सफदरगंज थाना क्षेत्र में दादरा के पास रॉयल होटल के पास रुका। भगवान राम की भक्ति में मस्त मंत्री विधायकों की यहां पर जोरदार अगवानी की गई। अधिकारियों ने आग्रह किया कि जलपान करें। बस से उतरते ही मंत्री विधायकों ने जय श्रीराम का जय घोष किया। होटल के अंदर चाय पर राजनीति को लेकर चर्चा शुरू हुई तो उसके केंद्र राम थे।
बस में आरएलडी के विधायक भी साथ गए हैं। राजा भैया और आराधना मिश्रा आदि भी साथ में रवाना हुए हैं। दोनों डिप्टी सीएम और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना बस संख्या- 1 से रवाना हुए हैं।यहां स्वागत से अभिभूत मंत्री विधायकों ने बाराबंकी की संस्कृति को सराहा। करीब 25 मिनट जलपान करने के बाद मंत्री विधायकों के बसों का काफिला रामधुन के बीच एक बार फिर रामनगरी की ओर रवाना हो गया। स्वागत से अभिभूत उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जय श्रीराम का जोरदार उद्घोष किया तो विधायक शलभमणि त्रिपाठी के अयोध्या की इस आनंदमई यात्रा का विडियो एक्स पर पोस्ट किया।
प्रदेश सरकार के मंत्रियों व विधायकों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रविवार को रामलला के दर्शन करेंगे। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना मौजूद रहेंगे। प्रयागराज से लौट रहे श्रद्धालुओं की भीड़ की मौजूदगी में वीवीआईपी मूवमेंट प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है।
10 सुपर लग्जरी बसों से अयोध्या जा रही है योगी सरकार
परिवहन निगम की ओर से दस सुपर लग्जरी पवन हंस बसों को तैयार कर लिया गया था। बसों का भौतिक निरीक्षण अफसरों ने किया है। बसों को फूलों से सजाया गया है। भगवान राम के ध्वज व स्टिकर लगाए गए हैं। विधानसभा के सामने से रविवार सुबह 8.30 बजे बस विधायकों को लेकर अयोध्या रवाना हुई। इसके पहले शनिवार को 10 सुपर लग्जरी पवन हंस बसों को क्षेत्रीय कार्यशाला में दुरुस्त किया गया। उनकी साफ सफाई की गई। बसों को गुलाब और गेंदे के साथ ही टेसू के फूलों से भी सजाया गया। जिन सीटों पर माननीय बैठेंगे उन सीटों के ऊपर भी खुशबू फैलाने के लिए फूल लगाए गए हैं। साफ सुथरे पर्दे लगाए गए हैं। नए कारपेट बिछाए गए हैं। बसों में भगवान राम के ध्वज और राम मंदिर के स्टीकर लगाए गए। इन पवन हंस बसों में भी रामधुन की व्यवस्था की गई है। सभी माननीय राम की नगरी अयोध्या जाते समय राम के भजनों का लुत्फ मिलेगा, जिससे भक्तिमय माहौल पैदा होगा। माननीयों को बस के अंदर परिवहन निगम की यात्रा दर्पण, एक डायरी और कैलेंडर का फोल्डर उपलब्ध कराया जाएगा। पीने के लिए पानी भी रहेगा।
आरआई ने जांची बसें, दिया ग्रीन सिग्नल
आरटीओ कार्यालय में तैनात संभागीय प्राविधिक अधिकारी (आरआई) प्रशांत कुमार और विष्णु कुमार ने माननीयों को ले जाने वाली बसों का कार्यशाला में भौतिक निरीक्षण किया। लाइटिंग, इंडीकेटर, टायर, विंडस्क्रीन, एलाइनमेंट आदि चेक की। जहां कमियां मिलीं, उन्हें तत्काल दुरुस्त करवाया। इसके बाद दोनों अफसरों ने ग्रीन सिग्नल दिया।