अयोध्या को केंद्र सरकार ने दी बड़ी सौगात, इन पांच स्टेशनों का होगा पुनर्विकास
स्वतंत्रदेश,लखनऊ रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि की संभावना को देखते हुए रेलवे अपने नेटवर्क को और मजबूत करेगा। चारों दिशाओं से अयोध्या को जोड़ने वाले रेल नेटवर्क को अपग्रेड किया जाएगा।पांच स्टेशनों का पुनर्विकास कर वहां यात्री सुविधाएं बढ़ेंगी। सालाना करीब साढ़े तीन करोड़ यात्री इन पांच स्टेशनों से होकर अयोध्या पहुंचेंगे। अंतरिम बजट में रेल मंत्रालय को इस बार उत्तर प्रदेश में विकास के लिए 19575 करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं।
इन स्टेशनों का होगा पुनर्विकास
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अंतरिम बजट पारित होने के बाद उत्तर प्रदेश और अयोध्या के विकास को लेकर जानकारी दी। रेल मंत्री ने वर्चुअल माध्यम से बताया कि अयोध्या में अयोध्या धाम, अयोध्या कैंट, कटरा, दर्शन नगर और सलारपुर स्टेशनों का पुनर्विकास हो रहा है। देश के चारों ओर से अयोध्या को गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ रेल नेटवर्क जोड़ते हैं।लखनऊ-अयोध्या और वाराणसी-अयोध्या सेक्शन की डबलिंग और विद्युतीकरण हो गया है। इससे ट्रेनों की क्षमता और गति दोनों ही बढ़ेगी। अब गोरखपुर और प्रयागराज से अयोध्या आने वाले सेक्शन को अपग्रेड करने के लिए भी डीपीआर तैयार हो रहा है।अश्विनी वैष्णव ने अयोध्या सहित उत्तर प्रदेश में वर्ष 2014 से पहले रेलवे के पिछड़ेपन के कारणों पर चर्चा करते हुए बताया कि इस बार उत्तर प्रदेश को रिकार्ड बजट का आवंटन हुआ है। इस बार 2.52 लाख करोड़ रुपये का बजट मिला है। इसमें से उत्तर प्रदेश को वर्ष 2024-25 के लिए 19575 करोड़ रुपये मिला है। यह 1700 प्रतिशत अधिक है।
यूपी को रेल बजट में 10 साल पहले प्रत्येक वर्ष 1109 करोड़ रुपये ही मिलते थे। उत्तर प्रदेश में हर साल 1978 किमी. नया ट्रैक बिछ रहा है। यह श्रीलंका के आकार के बराबर है। करीब 10 साल पहले 150 से 160 किमी. रेल नेटवर्क ही प्रत्येक वर्ष जुड़ता था।
अयोध्या यूपी में रेल विद्युतीकरण 100 प्रतिशत हो गया है। इस समय यूपी में 157 अमृत स्टेशन विकसित हो रहे हैं। स्टेशन का विकास तेजी से हो रहा है। पिछले 10 साल में 1377 फ्लाईओवर और अंडरपास उत्तर प्रदेश में बने हैं। यूपी के 143 स्टेशन पर स्थानीय प्रोडक्ट को बढ़ावा देने के लिए एक स्टेशन एक प्रोडक्ट की व्यवस्था की गई है।