यूपी बेसिक शिक्षकों के परस्पर तबादले
स्वतंत्रदेश, लखनऊ:प्रदेश में तबादले का इंतजार कर रहे बेसिक के शिक्षकों की समस्या समाप्त होती नहीं दिख रही है। एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले की प्रक्रिया गति नहीं पकड़ पा रही है। हालत यह है कि एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले के लिए शिक्षकों को पेयर (जोड़ा) बनाने की कार्यवाही के लिए पोर्टल 12 अगस्त से लाइव होना था लेकिन यह अभी तक काम नहीं कर रहा है। इससे शिक्षक परेशान हैं।विभाग में पिछले कई महीने से विभिन्न स्तर पर शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया चल रही है लेकिन इसमें एक भी पूरी नहीं हो पा रही है। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से चार अगस्त को जारी निर्देश में कहा गया था कि प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले की प्रक्रिया अगस्त अंत तक पूरी की जानी है।
इसके तहत दस अगस्त तक बीएसए शिक्षकों के रजिस्ट्रेशन पत्र को सब्मिट करेंगे और 11 अगस्त को इन सभी आवेदन पत्रों को एनआईसी की ओर से विकसित पोर्टल पर दिखाया जाएगा। वहीं 12 अगस्त से शिक्षक पारस्परिक स्थानांतरण के लिए पेयर (जोड़ा) बनाने की कार्यवाही करेंगे। इसमें शिक्षक आवेदन करने के साथ ही दूसरे शिक्षक के मोबाइल पर ओटीपी जाएगा, ओटीपी देने के साथ ही यह प्रक्रिया पूरी मानी जाएगी।शिक्षकों का कहना है कि विभाग की ओर से इसके लिए विकसित वेबसाइट ही नहीं खुल रही है। न तो शिक्षकों के रजिस्ट्रेशन ही दिखाई दे रहे हैं और न ही जोड़ा बनाने की कार्यवाही हो पा रही है। जबकि इस बीच लगातार छुट्टियां भी पड़ रही हैं। इससे शिक्षकों को आवेदन व पेयर आदि के लिए पर्याप्त अवसर नहीं मिल पाएगा। ऐसे में इस बार भी शिक्षकों को सिर्फ कागजी कार्यवाही तक ही लाभ मिल पाएगा।
पदोन्नति का भी कर रहे हैं इंतजार
बेसिक के शिक्षक लंबे समय से पदोन्नति का भी इंतजार कर रहे हैं। इसके लिए भी प्रक्रिया कई महीने से चल रही है लेकिन पूरी नहीं हो पाई है। पदोन्नत्ति के लिए विभाग ज्येष्ठता सूची बनाकर अपलोड कर रहा है। जबकि अभी भी कई जिलों की बाकी ही है। इसमें टीईटी अनिवार्यता को लेकर स्थिति अस्पष्ट है। इसी तरह जिले के अंदर परस्पर तबादला और तबादला पाए शिक्षकों का स्कूल आवंटन की प्रक्रिया भी चल रही है। तबादला पाए काफी शिक्षक भी ज्वॉइनिंग के लिए भटक रहे हैं।
पोर्टल खुलने का इंतजार
शिक्षक पहले से कह रहे हैं कि विभाग शिक्षकों को तबादला आदि का लाभ देना नहीं चाहता है। वह सिर्फ उनको उलझाए रखना चाहता है। जो प्रक्रिया जून की छुट्टी में पूरी होनी थी वह अभी तक अटकी है। तीन दिन से शिक्षक पोर्टल खुलने के इंतजार में हैं।-