स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का दावा फुस्स
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:एक तरफ प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का दावा कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों में मरीजों को लिफ्ट और स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हो पा रहे हैं। मरीज इलाज के लिए परेशान हैं। मरीजों को उनके तीमारदार या तो गोद में उठाकर या फिर सहारा देकर से ओपीडी तक लेकर जाते हैं। स्ट्रेचर मिल जाए तो तीमारदारों को खुद स्ट्रेचर खींचकर ले जाना पड़ता है। वार्ड ब्वाॅय या स्टाफ उन्हें ले जाने की जहमत नहीं उठाते हैं।
मेरठ का पीएल शर्मा जिला अस्पताल हो या मेडिकल कॉलेज, दोनों जगह कमोबेश एक जैसे हालात हैं। जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की लिफ्ट खराब पड़ी हैं। इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। पहले और दूसरे फ्लोर पर मरीज को ले जाना पड़े तो रैंप ही सहारा है, क्योंकि लिफ्ट खराब हैं।
मरीज को शिफ्ट करने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता का कहना है कि लिफ्ट खराब हैं, जिन्हें जल्द ही सही कराया जाएगा। स्ट्रेचर पर्याप्त हैं, मगर कई बार मरीज स्ट्रेचर को इधर-उधर छोड़ देते हैं। इस कारण स्ट्रेचर लॉक कर रखे हुए हैं। जरूरत पर मरीज को दिए जाते हैं।