पारस हॉस्पिटल में उस काली रात की परतें
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :प्रशासन द्वारा सील किए गए श्री पारस हास्पिटल में 26 और 27 अप्रैल की रात को सब कुछ ठीक नहीं था। कोरोना संक्रमण से अपनी पत्नी को खोने वाला एक युवक सामने आया है। उसने हास्पिटल संचालक और स्टाफ पर हत्या का आरोप लगाया है। पत्नी द्वारा हास्पिटल में भर्ती रहने के दौरान की गई चैट को उन्होंने साक्ष्य के रूप में पेश किया है। इसमें उनकी पत्नी खुद को टार्चर करने और आक्सीजन बंद कर मार डालने की साजिश की बात कह रही हैं।
राजामंडी निवासी सौरभ अग्रवाल ने तहरीर दी है। उनका कहना है कि 15 अप्रैल को उन्होंने अपनी पत्नी राधिका को कोरोना संक्रमित होने के कारण श्री पारस हास्पिटल में भर्ती कराया था। हास्पिटल संचालक डा. अरिंजय जैन व स्टाफ ने तीन लाख रुपये जमा करा लिए। इसके बाद इलाज में लापरवाही बरती। वीडियो वायरल होने के बाद अब यह साफ हो चुका है। आक्सीजन बंद करके हास्पिटल संचालक और स्टाफ ने राधिका की हत्या की थी। तब से उन्होंने इस मामले में इसलिए शिकायत नहीं की थी क्योंकि अधिकारी सुबूत मांगेंगे। अब वायरल वीडियो में हास्पिटल संचालक खुद अपनी पोल खोल रहा है। इसलिए उन्होंने शिकायत की है। इंस्पेक्टर न्यू आगरा भूपेंद्र बालियान का कहना है कि किसी भी तहरीर पर पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं करेगी। जिसे भी श्री पारस हास्पीटल से शिकायत है वे अपनी शिकायत एडीएम सिटी कार्यालय में जाकर दर्ज कराएं। डाक्टर के खिलाफ ऐसे गैर इरादतन हत्या का मुकदमा नहीं लिखा जाता है। वहीं दूसरी तरफ छीपीटोला निवासी अधिवक्ता प्रकाश चंद ने बताया कि वह पुलिस को तहरीर ही नहीं देंगे। वह अधिवक्ता हैं। जब कोई नहीं सुनता है तो न्यायालय सुनता है। मृतकों की सूची में उनके पिता का नाम तक दर्ज नहीं था।
सौरभ का कहना है कि उनकी पत्नी ने वाट्सएप मैसेज करके उन्हें स्टाफ द्वारा आक्सीजन बंद करने की जानकारी दी थी। उसने मैसेज भेजा था कि यहां मारने की प्लानिंग चल रही है। मुझे यहां से कहीं और ले जाओ। मुझे आक्सीजन के लिए टार्चर कर रहे हैं। इस तरह की वाट्सएप पर चैटिंग हुई हैं। कई बार डाक्टरों से संपर्क किया। मगर, कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला था।