लखीमपुर खीरी में पूर्व विधायक निरवेंद्र कुमार मिश्रा के अंतिम संस्कार की तैयारी
निघासन से तीन बार विधायक रहे लखीमपुर के दिग्गज नेता निरवेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ मुन्ना की भूमि विवाद को लेकर हुए झगड़े के दौरान रविवार को मौत हो गई। इस मामले में काफी बवाल के बाद पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इनमें से मुख्य आरोपित राधेश्याम गुप्ता पुत्र रामचंद्र गुप्ता का पर्स भी मौके से मिला है, जिसमें उसका पैन कार्ड मिला है। परिवारीजन के गंभीर आरोप लगाने के बाद सीओ पलिया कुलदीप कुकरेती को हटाकर डीजीपी ऑफिस से अटैच किया गया है।
किसान नेता के रूप में विख्यात निरवेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ मुन्ना का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। उसकी तैयारी पूरी हो गई है। इस बीच उनके अंतिम दर्शन करने वालों का तांता लगा है। पलिया से भारतीय जनता पार्टी के विधायक रोमी साहनी ने दिवंगत विधायक को श्रद्धा सुमन अॢपत करने के साथ ही परिवार को ढांढस बंधाया। इसके साथ ही दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन किया।
गांव में उमड़ी भीड़
पूर्व विधायक निरवेंद्र कुमार मिश्रा मुन्ना का शव उनके गांव त्रिकोलिया लाया गया है, जहां पर लोग अंतिम दर्शन कर रहे हैं। वहीं गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात है। सुबह एक तरफ पूर्व विधायक के अंतिम संस्कार की तैयारी की बात होने लगी, तो दूसरी ओर परिवारजन समेत गांव के लोगों में इस बात को लेकर रोष भी दिखा कि पुलिस प्रशासन ने गांव आने वाले कई रास्तों पर बैरिकेडिंग करके नेताओं को रोकना शुरू कर दिया। पूर्व विधायक के परिवार के लोगों का कहना है कि अब तो कम से कम लोगों को उनके पिता का अंतिम दर्शन की छूट मिले।
थमा नहीं आक्रोश
पूर्व विधायक निरवेंद्र कुमार मिश्रा मुन्ना हत्याकांड को लेकर राजनीतिक गलियारे में आक्रोश नहीं थम रहा है। आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य तथा उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह आजाद भी पूर्व विधायक के परिवार के लोगों से मिले। इस दौरान भावुक बेटे ने अपनी पीड़ा सांसद को सुनाई। उन्होंने कहा कि मेरे शेर बाप को पुलिस ने गीदड़ों से मरवा दिया।सांसद संजय सिंह ने कहा कि मुन्ना भैया लोकप्रिय विधायक रहे, किसानों के बड़े नेता थे। संजय सिंह ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की। सोमवार को भी पूर्व विधायक के गांव त्रिकोलिया में नेताओं का आना-जाना लगा रहा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद रवि प्रकाश वर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गांव पहुंचा और पूर्व विधायक के परिवारजन को ढांढस बंधाते हुए न्याय का भरोसा दिलाया।
पांच के खिलाफ केस, दो गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ देर रात हत्या का मुकदमा दर्ज कर दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित राधेश्याम गुप्ता तथा उसके पुत्र अनुराग गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। राधेश्याम के भाई किशन गुप्ता व रिंकल गुप्ता तथा किशन का बेटा समीर समीर गुप्ता अभी फरार हैं। रात 12 बजे पूर्व विधायक के शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हार्टअटैक निकला है। पुलिस ने पूर्व विधायक के पुत्र संजीव की तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ हत्या समेत कई संगीन धाराओं में एफआइआर दर्ज कर ली थी। देर रात आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विधायक की मौत का कारण हार्ट अटैक पडऩे को बताया गया है। शरीर पर चोटों के भी कोई निशान नहीं मिले हैं। अब माना जा रहा है कि केस में कुछ धारा बदली जाएगी।
आइजी के निर्देश पर गठित कमेटी ने शुरू की जांच
पूर्व विधायक की जमीन विवाद के दौरान हुई मारपीट में मौत होने के मामले में सीओ समेत पुलिस पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। इन आरोपों की सत्यता की जांच कराने के लिए रविवार रात आइजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने एएसपी अरुण कुमार सिंह की अगुवाई में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी थी। इस कमेटी को तीन दिन में अपनी रिपोर्ट आइजी को देनी है। इस कारण सोमवार को टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी। इस दौरान टीम ने थाना संपूर्णानगर पहुंचकर जहां मामले की जानकारी ली, वहीं गांव वालों और परिवारजन के बयान लेकर भी तथ्य जुटाए। पढुआ चौकी इंचार्ज और दो बीट सिपाही को भी सस्पेंड किया गया है