व्यापारियों ने अपने को आंदोलन से अलग किया
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ :मंगलवार को किसान संगठनों की ओर से आहूत भारत बंद को देखते हुए प्रशासन अलर्ट है। सभी एसडीएम को सतर्क रहने को कहा गया है। हालांकि अभी अलग से किसी सेक्टर या जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती नहीं की गई है लेकिन देर रात तक जरूरत पड़ने पर एक जोनल, तीन सब जोनल एवं नौ सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए जा सकते हैं। पूरे जिले में धारा 144 पहले से लागू है।
विभिन्न मुद्दों को लेकर किसानों ने आठ दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। कई राजनीतिक पार्टियों की ओर से भी इस बंद को समर्थन दिया गया है। इससे निपटने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। प्रशासन का मानना है कि गोरखपुर में इस बंदी का बहुत असर नहीं होगा लेकिन तैयारी पूरी रखी जा रही है। पुलिस बल को भी सतर्क रहने को कहा गया है। सभी तहसीलों में एसडीएम को जिम्मेदारी दी गई है। जिलाधिकारी की ओर से तैयारियों की समीक्षा भी की गई है। रविवार को भी अधिकारियों के साथ इस संबंध में चर्चा की गई थी। प्रशासन के पास सपा के कार्यक्रम की सूचना थी, जिसको लेकर सभी तहसीलों में अधिकारियों को एलर्ट किया गया था।
जबरन दुकान बंद कराने पर सख्ती से निपटेगी पुलिस
बंद के नाम मनमानी करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी। जबरन दुकान बंद कराने वालों पर मुकदमा दर्ज होगा। शहर में 53 चौराहों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिकर्मी तैनात किए गए हैं। एसपी सिटी, सीओ व थानेदार के साथ क्षेत्र में भ्रमणशील रहेंगे। पुलिस लाइन में फोर्स को रिजर्व रखा गया है। बंद कराने के एलान को देखते हुए पुलिस ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। सोमवार शाम को एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने वायरलेस सेट से जिले के सभी सीओ, थानेदार व चौकी प्रभारी को ब्रीफ किया। बंद के नाम पर अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने व सुबह से ही बाजार में मुस्तैद रहने के निर्देश दिए। सभी से कहा कि समय से ड्रयूटी प्वाइंट वाले चौराहे पर बाडी प्रोटेक्टर, हेलमेट व डंडा लेकर पहुंच जाए।
शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई सपा की किसान पदयात्रा
समाजवादी पार्टी की ओर से किसानों के समर्थन में सोमवार को जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में किसान पदयात्रा का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि सपा का कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया है। मंगलवार को होने वाले किसान आंदोलन को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। शासन का जो दिशा-निर्देश होगा, उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
बंद में शामिल नहीं हाेंगे व्यापारिक संगठन
कृषि सुधार कानूनों को लेकर मंगलवार को होने वाले भारत बंद का व्यापारिक संगठनों ने विरोध जताते हुए बंदी में शामिल न होने का आह्वान किया है। व्यापारी नेताओं ने कहा कि इस समस्या का हल बंदी से नहीं बल्कि वार्ता से निकलेगा। लाकडाउन में पहले से ही हमारा कारोबार प्रभावित रहा है। अब आगे हम नहीं होने देंगे। चेंबर आफ ट्रेडर्स साहबगंज की कार्यकारिणी की हुई बैठक में किसानों द्वारा आठ दिसंबर को कृषि कानून के विरोध में किए जाने वाले भारत बंद को गलत बताते हुए इसका विरोध करने का निर्णय लिया गया। अध्यक्ष अनूप किशोर अग्रवाल व महामंत्री कमलेश अग्रवाल ने कहा कि हमें बंदी का पूर्ण विरोध करेंगे।