कॉलेजों के खुले दरवाजे पर कम पहुंचे स्टूडेंट्स
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:100 वें स्थापना दिवस समारोह को लेकर विश्वविद्यालय के परिसर में शैक्षणिक कार्य शुरू नहीं किए गए मगर अनेक कॉलेजों में पढ़ाई का आगाज हुआ। केकेसी, डीएवी, महिला, क्रिश्चियन और आइटी कॉलेजों कुछ कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। इसके साथ ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी हैं। बहुत कम विद्यार्थी ही पढ़ने के लिए कॉलेजों में पहुंचे। सभी जगह प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करवाया गया है, ताकि किसी तरह से कोविड का संक्रमण कॉलेज में न फैले। राजधानी के प्रमुख शिया कॉलेज में ऑफलाइन पढ़ाई का आगाज अभी नहीं किया गया है।
राज्य सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों आर कॉलेजों को सामान्य पढ़ाई के लिए सोमवार से खोलने का आदेश दिया था। जिसके बाद अनेक कॉलेजों के गेट खुल गए। केकेसी के प्राध्यापक डॉ नागेश्वर पांडेय ने बताया कि हमने मास्टर्स में सभी कक्षाओं में 50 फीसदी उपस्थिति के साथ कॉलेज शुरू कर दिए हैं। जबकि स्नातक में केवल तीसरे और पांचवें सेमेस्टर में पढ़ रहे विद्यार्थियों को बुलाया गया था। जिनमें से अधिक विद्यार्थी नहीं आए।
छात्राओं की कम उपस्थिति के बीच शुरू हुई क्लासेज
कोरोना काल में करीब आठ महीने बाद कालेजों में आफलाइन पढ़ाई शुरू हुई। हालांकि शहर के महिला कालेजों में छात्राओं की उपस्थिति उत्साहजनक नहीं रही।ज्यादातर अभिभावकों ने आनलाइन पढ़ाई के लिए ही सहमति दी है।
अवध गर्ल्स डिग्री कालेज में पहले दिन प्रथम वर्ष की छात्राओं के ही बुलाया गया। प्राचार्य उपमा चतुर्वेदी ने बताया कि सप्ताह में दो-दो आफलाइन क्लास और बाकी आनलाइन पढ़ाई होगी। कल सेकेंड ईयर की छात्राएं और परसों तृतीय वर्ष की छात्राओं की क्लास होगी।
आइटी कालेज में भी दस प्रतिशत से भी कम छात्राएं मौजूद रहीं। प्रिंसिपल विनीता प्रकाश ने बताया कि अधिकतर ने आनलाइन कक्षाओं का विकल्प ही चुना है। वहीं, महिला महाविद्यालय में एक दिसंबर से आफलाइन कक्षाएं शुरू की जाएंगी।