उत्तर प्रदेशराज्य

हर छह घंटे में कोरोना से हो रही एक मौत

स्वतंत्रदेश,लखनऊ : राजधानीवासियों पर किस कदर कहर बरपा रहा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां हर छह घंटे में कम से कम एक मरीज की मौत हो रही है। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े ही कह रहे हैं। एक अप्रैल से लेकर 17 नवंबर तक 230 दिनों में कुल 941 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इस लिहाज से हर दिन चार से भी अधिक मरीजों की मौत हो रही है और हर छह घंटे में एक मरीज की कोरोना जान ले रहा है।

जून से अनलॉक होना शुरू हुआ तो मौतों का आंकड़ा भी धीरे-धीरे बढ़ने लगा। जून महीने में करीब 15 लोगों ने कोरोना के चलते अपनी जान गवां दी।

सितंबर में मौतों का आंकड़ा पहुंचा 300 के पार:

लॉकडाउन वन में पूरी तरह से घर से बाहर निकलने पर पाबंदी थी। लिहाजा इस दौरान लोग भी कम संक्रमित हुए और पूरे अप्रैल माह में सिर्फ दो मरीजों की कोरोनावायरस से मौत हुई। बंदिश का यह सिलसिला मई में भी जारी रहा और इसीलिए सिर्फ तीन मरीजों की कोरोना से जान गई। जून से अनलॉक होना शुरू हुआ तो मौतों का आंकड़ा भी धीरे-धीरे बढ़ने लगा। जून महीने में करीब 15 लोगों ने कोरोना के चलते अपनी जान गवां दी। जुलाई से संक्रमण ने और भी तेज रफ्तार पकड़ना शुरू किया। लिहाजा संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ने के साथ ही साथ करीब 76 लोगों की मौत हो गई।

अक्टूबर से थमने लगी रफ्तार, मौतों पर नियंत्रण की चुनौती बरकार:

फिर नए सीएमओ डॉक्टर संजय भटनागर की तैनाती हुई। इसके बाद अक्टूबर से कोरोना संक्रमण काफी हद तक थमने लगा। मौतों में भी काफी कमी आई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अक्टूबर में कुल 175 मरीजों की वायरस ने जान ली। वहीं 17 नवंबर तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है।

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