हादसे रोकने को ट्रैफिक पुलिस ने बनाई यह योजना
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :सर्दी के मौसम में कोहरे का समय शुरू होने वाला है। इस बावत राजधानी की ट्रैफिक पुलिस ने कोहरे के कहर से होने वाले हादसों में कमी लाने के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। क्योंकि जल्द ही कोहरे की चादर हाई-वे से लेकर शहर के मुख्य मार्गों और लिंक रोड पर छाने वाली है। आंकड़ों के मुताबिक साल भर में राजधानी में जहां, 500 से 550 लोगों की जान सड़क हादसों में जाती है। वहीं, नवंबर से 31 जनवरी अथवा 10 फरवरी तक कोहरे के दौरान होने वाले सड़क हादसों में 25 फीसद लोगों की जान सड़क हादसे में जाती है।
ट्रैफिक पुलिस ने तैयार की कार्ययोजना
डीसीपी ट्रैफिक ख्याति गर्ग ने बताया कि कोहरे में होने वाले सड़क हादसों में कमी लाने के लिए राजधानी के आउटर एरिया और अंदर की सड़कों पर चेकिंग प्वाइंट पर बैरियर लगाए जा रहे हैं। उनमें रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप भी लगाए जा रहे हैं। जिससे थोड़ी सी भी लाइट पड़ने पर वाहन चालकों को मार्ग का आभास हो सके। हाई-वे और शहर के अंदर चलने वाले वाहनों में पीछे और आगे की ओर रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगवाने के लिए गाइडलाइन भी सभी वाहन चालकों के लिए जारी की गई है। कोहरे के दौरान धुंध छायी रहती है। इस कारण ऐसे सिग्नल जिनके ऊपर पेड़ों की टहनियां लटक आई हैं। उन्हें भी कटवाया जा रहा है। इसके साथ ही नगर निगम, पीडब्ल्यूडी के साथ बैठक भी सुनिश्चित कर दी गई है। जो भी हादसों के प्रमुख स्पॉट हैं, जहां पिछले सालों में कोहरे के दौरान अधिक हादसे हुए हैं। उन प्वाइंट्स पर विशेष सावधानी बरतने के लिए निर्देश दिए गए हैं वहां इंजीनियरों से बात वहां सुरक्षा के दृष्टिगत अन्य व्यवस्थाएं कराई जा रही हैं।
कोहर के दौरान वाहन चलाते समय बरतें विशेष सावधानी
रोड सेफ्टी एक्सपर्ट सैय्यद एहतेशाम ने बताया कि कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय चालकों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि सर्वाधिक हादसे कोहरे के दौरान ही होते हैं। उनके अनुसार वाहन चलाते समय चालकों को इन बातों का विशेष ध्यान रखना होगा।
- गाड़ी की हेडलाइट को सदैव लोबीम पर रखे।
- फॉग लाइट का इस्तेमाल करें।
- लेन बदलने के दौरान रखें सावधानी।
- दो गाड़ियों के बीच की सुरक्षित दूरी को बढ़ाए।
- धुंध बढ़ जाने पर धीमी गति से चले और कठिनाई होने पर सुरक्षित जगह देख कर रुक जायें।
- सड़क पर कभी भी गाड़ी को न रोके।
- कोहरा बढने पर सड़क के किनारे बनी सफेद पट्टी का सहारा ले कर चले। सड़क के बीच न चलें।
- अपनी गाड़ियों के आगे व पीछे रिफलेकटर टेप लगायें।
- गाड़ी को रोकने से पहले पीछे अवश्य देखें।