उत्तर प्रदेशराज्य

विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों में 23 नवंबर से लगेंगी कक्षा

स्वतंत्रदेश ,लखनऊ :यूपी के विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में स्नातक (यूजी) और परास्नातक (पीजी) की कक्षाएं 23 नवंबर से लगेंगी। अभी तक सिर्फ पीएचडी और पीजी विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों को ही पढ़ाई के लिए कैंपस बुलाया जा रहा था, लेकिन अब सभी कोर्सेज के विद्यार्थियों की कक्षाएं कैंपस में लगेंगी। कक्षाओं में उपलब्ध स्थान को देखते हुए 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही दो गज की शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कर बैठाए जाएंगे। कक्षाओं का रोस्टर इस तरह तैयार किया जाएगा कि विद्यार्थी एक दिन के गैप पर बुलाए जाएंगे।

ऑनलाइन क्लास भी चलेंगी बाहरी लोगों व थूकने पर प्रतिबंध। अभी तक सिर्फ पीएचडी और पीजी विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों को ही पढ़ाई के लिए कैंपस बुलाया जा रहा था लेकिन अब सभी कोर्सेज के विद्यार्थियों की कक्षाएं कैंपस में लगेंगी।

मंगलवार को अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस गर्ग की ओर से उच्च शिक्षण संस्थानों को खोलने के लिए विस्तृत गाइड लाइन जारी कर दी गई। अगर उच्च शिक्षण संस्थान में हाल या कमरे बड़े भी हैं तो भी अधिकतम 200 विद्यार्थी फेस मास्क और दो गज की शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन करते हुए ही बैठाए जाएंगे। अगर क्लास का आकार छोटा है तो उसे और सेक्शन में बांटा जा सकेगा। विद्यार्थियों को ऑनलाइन कक्षाओं को भी विकल्प दिया जाएगा। कोर्स का एक निर्धारित हिस्सा विद्यार्थी ऑनलाइन ही पढ़ेंगे और ऑनलाइन क्लासेज को बढ़ावा दिया जाएगा। बाहरी लोगों का कैंपस में प्रवेश प्रतिबंधित होगा।

कैंपस में थूकने पर भी प्रतिबंध रहेगा। अगर कोई विद्यार्थी थूकते हुए पकड़ा गया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। कैंपस में प्रवेश द्वार पर विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी और उसके बाद उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। इंफ्रारेड थर्मामीटर के साथ-साथ पल्स ऑक्सीमीटर की भी संस्थान में व्यवस्था की जाएगी। प्रयोगशालाओं में भी विद्यार्थियों के छोटे-छोटे बैच बनाए जाएंगे, ताकि शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किया जा सके। आइकार्ड विद्यार्थी, शिक्षक और कर्मचारी अनिवार्य रूप से पहनेंगे। बुजुर्ग, गर्भवती महिला और गंभीर रोगों से ग्रस्त कर्मचारी सीधे विद्यार्थियों के संपर्क में नहीं आएंगे। कोविड-19 से बचाव के लिए संस्थान अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों के साथ संपर्क में रहेंगे और जागरूकता के लिए टीमें बनाएंगे। कैंपस व कक्षाओं का नियमित सैनिटाइजेशन होगा।

हॉस्टल के कमरे में एक विद्यार्थी रहेगा, 14 दिन क्वारंटाइन

विश्वविद्यालय व कॉलेजों के हॉस्टल में विद्यार्थियों को चरणबद्ध ढंग से बुलाया जाएगा। विभिन्न स्थानों से आ रहे विद्यार्थी 14 दिन क्वारंटाइन में रखे जाएंगे। कमरे में एक विद्यार्थी ही रहेगा। वहीं मेस में भीड़ न हो इसके लिए उसका समय बढ़ाया जाएगा। डाइनिंग हॉल में छोटे-छोटे बैच बनाकर अलग-अलग समय पर छात्र भेजे जाएंगे। विद्यार्थी नकद लेन-देन नहीं कर सकेंगे।

जिम खुलेगा, बंद रहेंगे स्वीमिंग पूल

उच्च शिक्षण संस्थानों में जिम को खोला जाएगा ताकि विद्यार्थी कसरत कर सकें। वहीं स्वीमिंग पूल पूरी तरह बंद रहेंगे। छात्रों को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय बताए जाएंगे। वहीं मानसिक तनाव से बचने के लिए काउंसलर की व्यवस्था रहेगी।

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