रामनगरी में बना दीये जलाने का विश्व रिकॉर्ड
स्वतंत्रदेश , लखनऊ :रामनगरी अयोध्या में दीपोत्सव के चौथे संस्करण में पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए। इस बार राम की पैड़ी पर 6 लाख 6 हजार 569 जलते दीयों का विश्व रिकॉर्ड बना। ये दीये राम की पैड़ी पर अनवरत पांच मिनट तक जलते रहे, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने ड्रोन मैंपिंग के जरिए कैद किया। दीपोत्सव आयोजन का लाइव प्रसारण भी हुआ। इसके के लिए पैड़ी के 24 घाटों पर छह लाख 90 हजार दीये सजाए गए थे, जो सभी प्रज्वलित किए गए।
इस कामयाबी के साथ अवध विश्वविद्यालय के खाते में एक और स्वर्णिम सफलता दर्ज हो गई। दीयों को जलाने के लिए साढ़े आठ हजार स्वयंसेवक शिद्दत से डटे रहे। रिकॉर्ड दर्ज होने के एलान के साथ ही अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह की पूरी टीम के सदस्यों के चेहरे खिल उठे। पैड़ी परिसर जय श्रीराम के गगनभेदी नारों से गूंज उठा। इस सफलता से कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह ने अपने करिश्माई नेतृत्व की छाप छोड़ी।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने के बाद लाइव आयोजन में लंदन से प्रमाण पत्र देने का एलान हुआ। यह प्रमाणपत्र अवध विश्वविद्यालय के कुलपति को मिलेगा। नोडल अफसर प्रो. शैलेंद्र वर्मा ने सफलता का श्रेय सामूहिक प्रयास और कुलपति की अगुवाई को दिया। वे शासन का आभार जताना नहीं भूले। दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एलान किया कि वर्ष 2021 के दीपोत्सव में सात लाख 51 हजार दीये का रिकार्ड बनाया जाएगा।
दूसरे और तीसरे दीपोत्सव में बना था रिकार्ड : अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत वर्ष 2017 में हुई थी। प्रथम दीपोत्सव में वर्ल्ड रिकॉर्ड तो नहीं बन सका था, लेकिन ढाई हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने एक लाख 87 हजार 213 दीये जलाए थे। दीपोत्सव का दूसरा और तीसरा संस्करण दुनिया भर में अनोखे रिकार्ड के लिए यादगार बना। दूसरे दीपोत्सव में पांच हजार स्वयंसेवकों ने रामकी पैड़ी पर तीन लाख एक हजार 152 व तीसरे में चार लाख नौ हजार 965 दीपों को जलाकर विश्व कीर्तिमान बनाया, जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। इस बार एक वक्त में 6 लाख 6 हजार 569 दीयों को जलाने का लक्ष्य भी हासिल हो गया।