दामाद की हत्या कर शव ट्रैक पर फेंका
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ :मात्र 15 हजार रुपये के जेवर की खातिर बेटी और दामाद की हत्या कर उसके आठ माह के बच्चे को फेंक दिया। शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र में वर्ष 2018 में हुए सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस ने राजफाश किया है। दोनों के अपहरण का मामला दर्ज था, लेकिन एसपी ने जब गहराई से जांच कराई तो पता चला कि पहले दामाद की हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। बेटी के मुंह खोलने पर उसकी भी सिर कुचलकर हत्या कर शव गायब कर दिया। आईजी ने इस राजफाश पर पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है।

पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने बताया कि शाहजहांपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र के मढिया भमौरी निवासी दिलीप को शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के हसनापुर निवासी रामलड़ैते की पुत्री सोनी ब्याही थी। रामल़ड़ैते को कुछ रुपयों की जरूरत थी तो उसने दिलीप से अपनी पुत्री के जेवर लेकर उन्हें गिरवी रख दिया था, फिर वापस नहीं लौटाए। दिलीप के घर में एक शादी थी तो 20 अप्रैल 2018 को वह फिर जेवर मांगने आया। वहां पर उसका विवाद हुआ तो रामलड़ैते ने उसे पीट पीटकर मरणासन्न कर दिया। जिसके बाद ग्राम हर्रई निवासी लालू और कुड़रा सरैया निवासी राजेंद्र उर्फ गुरुप्रसाद के साथ उसे बोरे में भरकर शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के सेहरामऊ थाना क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर फेंक आया। जिससे उसके ट्रेन से कई टुकड़े हो गए और फिर उसकी पहचान भी नहीं हो पाई।:
उसकी पुत्री सोनी को जब पता चला तो उसने विरोध करते हुए पुलिस में शिकायत की बात कही तो उसने 10 मई 2018 को सोनी को भी दवा के बहाने ले जाकर उसकी गन्ने के खेत में हत्या कर दी। सिर कुचल दिया और उससे उसकी भी पहचान नहीं हो पाई। फिर रामल़ड़ैते ने उसके आठ माह के पुत्र को भी ले जाकर लखनऊ मेडिकल कालेज के बाहर लावारिश हालत में फेंक दिया। एसपी ने बताया कि दिलीप के पिता सेवाराम ने न्यायालय के आदेश पर तीन दिसंबर 2019 को अपहरण का मामला दर्ज कराया था,लेकिन पुलिस को कोई साक्ष्य नहीं मिले और यह फाइलों में दबा था।
एसपी ने बताया कि विवेचनाओं की समीक्षा में इस मामले पर उनकी नजर पड़ी तो जांच कराई। शाहाबाद कोतवाल शिवशंकर सिंह ने जांच की तो पता चला कि रामलड़ैते अपना खेत मकान सब कुछ बेंचकर उन्नाव जिले के बांगरमऊ थाना क्षेत्र के प्रेमगंज में रहने लगा। जब जांच आगे बढ़ी और रामलड़ैते से पूछताछ की गई तो पूरी हकीकत सामने आ गई। रामलड़ैते की निशानदेही पर गुरुवार को लालू और राजेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दिलीप की पहचान के लिए उसकी मां और सोनी की पहचान के लिए रामलड़ैते का डीएनए परीक्षण भी कराया जा रहा है। करीब ढ़ाई वर्ष से फाइलों में दबी घटना के खुलासे पर आईजी की तरफ से पुलिस टीम को 25 हजार का इनाम दिया गया है।