योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में तीन सड़कों का नाम बदला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी में की तीन सड़कों का नाम बदल गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की स्वतंत्रता और सुरक्षा के लिए सर्वस्व अर्पित करने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, राजनेताओं और अमर शहीदों के नाम पर जनपद वाराणसी के तीन मार्गों का नामकरण करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री के आदेश पर मोहनसराय-अदलपुर मार्ग का नाम सरदार वल्लभभाई पटेल मार्गकिया गया है। जबकि मोहनसराय अकेलवां लहरतारा वाया गंगापुर मार्ग का नाम राजनारायण सिंह मार्ग होगा। इसी तरह, खनांव टिकरी मार्ग से कुरहुआ, काशीपुर होते हुए तारापुर मार्ग का नाम शहीद सार्जेंट विशाल कुमार पांडेय मार्ग रखा गया है।
सरदार वल्लभभाई पटेल
वल्लभभाई झावेरभाई पटेल, जो सरदार पटेल के नाम से लोकप्रिय थे, एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। वे एक भारतीय अधिवक्ता और राजनेता थे, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और भारतीय गणराज्य के संस्थापक पिता थे जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए देश के संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाई और एक एकीकृत, स्वतंत्र राष्ट्र में अपने एकीकरण का मार्गदर्शन किया। भारत और अन्य जगहों पर, उन्हें अक्सर हिंदी, उर्दू और फारसी में सरदार कहा जाता था, जिसका अर्थ है “प्रमुख”। उन्होंने भारत के राजनीतिक एकीकरण और 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान गृह मंत्री के रूप में कार्य किया।
राजनेता राजनारायण
राजनेता राजनारायण का जन्म 1977 को वाराणसी जिले के मोतीकोट गंगापुर नामक गांव के एक धनी भूमिहार ब्राह्मण परिवार में हुआ था। अनन्त प्रताप सिंह उनके पिता थे। उन्होने अपनी उच्च शिक्षा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से प्राप्त की। राजनारायण फक्कड़ नेता थे। जिंदगी में 80 बार जेल गए। जेल में कुल 17 साल बिताए, जिसमें तीन साल आजादी से पहले और 14 साल आजादी के बाद थे। ये कहा जाता है कि लौह महिला इंदिरा गांधी को किसी ने अगर डराया था तो वो राजनारायण ही थे।