राजनीति

स्नातक और शिक्षक निर्वाचन का पेच

स्वतंत्रदेश,लखनऊ : पीएम नरेंद्र मोदी के अपने संसदीय शहर वाराणसी को सौगात देने की मंशा पर स्नातक और शिक्षक निर्वाचन प्रक्रिया शुरू हाेने की वजह से आचार संहिता के अनुपालन का पेच फंस गया है। दरअसल माह भर से काशी में पूरी हो चुकी योजनाओं काे जनता को समर्पित करने और नई योजनाओं के शिलान्‍यास काे लेकर अब प्रशासन ने गेंद चुनाव आयोग के पाले में डाल दी है। वहीं इस बाबत वाराणसी जिलाधिकारी का कहना है कि फिलहाल पीएम नरेंद्र मोदी का कोई तय कार्यक्रम नहीं है, उनके वर्चुअल कार्यक्रम भी तय नहीं हैं। एमएलसी चुनाव में आचार संहिता बहुत बड़ी बाधा नहीं है।

आचार संहिता के अनुपालन का पेच फंस गया है। दरअसल माह भर से काशी में पूरी हो चुकी योजनाओं काे जनता को समर्पित करने और नई योजनाओं के शिलान्‍यास काे लेकर अब गेंद चुनाव अायोग के पाले में प्रश्‍ाासन ने डाल दिया है।

स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव की घोषणा के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी के दौरे या ऑनलाइन कार्यक्रम को लेकर चुनाव आयोग से राय मांगी गई है। चुनाव आयोग से इस बाबत सहमति मिलने के बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन या वर्चुअल कार्यक्रम को लेकर कोई रणनीति तय हो सकेगी। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा काशी की पूरी हो चुकी पर योजनाओं की सौगात को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी दौरे पर ही प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने का सुझाव दिया था। पीएम मोदी को दीपावली से पहले काशी आमंत्रित करने की तैयारी की जाती उससे पूर्व ही एमएलसी चुनाव की घोषणा हो जाने के कारण आदर्श आचार संहिता भी जिले में लागू हो गई।

शासन की मंशा के अनुसार चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पूछा गया है कि क्या आदर्श आचार संहिता के लागू होने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम लोकार्पण और शिलान्यास को लेकर कराया जा सकता है या नहीं। इस बाबत जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से जागरण को बताया कि चुनाव कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है। वहीं पीएम के संसदीय क्ष्‍ोत्र में सैकड़ों करोड़ की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं या उनका शिलान्‍यास किया जाना है। इस बाबत जैसा भी निर्देश शासन की ओर से मिलेगा उसका अनुपालन कराया जाएगा।

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