लखनऊ में वाहन चेकिंग के दौरान बोला नाबालिग; फिर हुआ ये…
स्वतंत्रदेश , लखनऊसोमवार करीब डेढ़ बजे का समय है। हजरतगंज पुलिस कमिश्नर आवास (डनलप) तिराहे पर पुलिस ट्रैफिक पुलिस बल तैनात है। सेंट फ्रांसिस स्कूल की तरफ से स्कूटी सवार एक नाबालिग बच्चे को पुलिस रोकती है। वहां खड़े टीआइ वेंकटेश्वर सिंह बच्चे से डीएल मांगते हैं। इस पर बच्चा कहता है अंकल डीएल तो नहीं है, मेरे पापा भी एसएचओ हैं प्लीज छोड़ दीजिए।
डीएल के गाड़ी नहीं चलाऊंगा। टीआइ वेंकटेश्वर सिंह ने कहा बेटा यह सब आपकी सुरक्षा के लिए ही हो रहा है। बिना डीएल के आप गाड़ी चला रहे हैं अपने पापा से बात कराओ। इतने पर छात्र चुप हो गया। टीआइ ने कहा टीक है फिर मैं आपकी कोई मदद नहीं कर सकता। इतना कहते हुए स्कूटी का 25 हजार रुपये का चालान कर दिया।
सड़क दुघर्टनाओं को रोकने के लिए यातायात पुलिस ने सोमवार को विशेष अभियान चलाया तो 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे वाहन चलाते मिले। हर वर्ष हादसों में 12 फीसद ऐसे बच्चों की मौत होती है जिनकी आयु 18 वर्ष से कम है, इसके बावजूद अभिभावक स्कूली बच्चों को वाहन देकर स्कूल भेज रहे हैं। सोमवार को अभियान के दौरान सहारागंज की ओर से बिना हेलमेट के रफ्तार भर रहे स्कूटी सवार को रोका।
टीएसआइ देश दीपक के रोकते ही स्कूटी सवार ने धौंस जमाते हुए कहा कि मैं हरिओम मिश्रा हूं और बटलर पैलेस से सीडीओ साहब के यहां से आ रहा हूं। उनका इलेक्ट्रीशियन हूं डीएल और हेलमेट नहीं है छोड़ दीजिए। टीएसआइ ने कहा कि तुम कहां से हो मुझसे नहीं मतलब है। बिना डीएल और हेलमेट के गाड़ी चलाने का छह हजार रुपये का चालान कर दिया।
इस बीच दो बच्चे सप्रू मार्ग की ओर से फर्राटा भरते स्कूटी नंबर यूपी 32 जीटी 0898 से आ रहे थे। पुलिस ने तिराहे पर रोका। बच्चों ने कहा अंकल कोचिंग से आ रहा हूं छोड़ दीजिए अब से हेलमेट का उपयोग करेंगे। पुलिस ने पूछा क्या उम्र है, बच्चों ने कहा 17 साल। इस पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का चालान कर दिया।
डिग्गी में नंबर प्लेट रखकर चला रहा था स्कूटी, सीज
तभी बिना नंबर की स्कूटी बिना हेलमेट लगाए फर्राटा भर रहे युवक को पुलिस ने चेकिंग के दौरान रोका। उसके पास डीएल भी नहीं था। पुलिस ने नंबर प्लेट के बारे में पूछा तो डिग्गी खोलकर दिखाने लगा। इसके बाद बोला वही लगवाने जा रहा हूं। डीएल भी न होने पर पुलिस ने गाड़ी को सीज कर दिया।
आठ का परमिट 12 बच्चे बैठाकर ले जा रहा था, चालान
वैन में आठ सवारी बैठाने का परमिट लेकर चालक वैन चालक 11 बच्चों समेत 12 को बैठाकर चला रहा था। इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और टीआइ ने उसे रोका। वैन में लगा फायर एस्टिंगुशर भी ठीक नहीं था। चालक के पास डीएल था। इसके बाद उसकी गाड़ी का चालान किया गया। चूंकि गाड़ी में बच्चे थे इस लिए सीज नहीं की गई।