लखनऊ जेल में हत्या बंद कैदी ने की आत्महत्या
- 17 सितंबर, 2018 में हत्या के मामले में जेल था बंद,
- पत्नी की दहेज हत्या के मामले में काट चुका थ सजा
- जेल प्रशासन ने पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच के दिए निर्देश
शरीर पर थे चोट के निशान
मारपीट के दौरान कैदी के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। जेल सुपरिटेंडेंट आशीष तिवारी ने बताया कि, बीते 21 जुलाई को कैदी ने दूसरे कैदी से मारपीट की थी। जिसमें इसको भी चोटे आई थी। जेल के हॉस्पिटल में इलाज के बाद कैदी के कहने पर ही 25 जुलाई को उसे तन्हाई बैरक एक में शिफ्ट किया गया था। बुधवार देर रात 2 बजे सूचना मिली कैदी ने फांसी लगा लिया। आनन-फानन में कैदी को जेल हॉस्पिटल में लाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा हैं कि, कैदी की मानसिक सन्तुलन बीते तीन साल से ठीक नहीं थी। अक्सर वह लड़ाई और झगड़ा करता था।
दहेज हत्या व एक अन्य मामले में काट चुका था सजा
जेल सुपरिटेंडेंट आशीष तिवारी ने बताया कि, साल 1999 में दहेज हत्या के मुकदमे में कैदी गोपी सजा काट चुके हैं। इसके बाद एक अन्य मामले भी सजा काटी थी। अभी 17 सितम्बर 2017 को पारा में हत्या के मुकदमें जेल में बंद था। कैदी पारा के बलदीखेड़ा पारा का रहने वाला है। पूरे मामले की जांच के लिए डीजी जेल ऑफिस ने निर्देश दिए हैं