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शिवराज सरकार ने सात महीने में किए 17 घोटाले

स्वतंत्रदेश,लखनऊ। प्रदेश कांग्रेस ने सात माह की शिवराज सरकार पर 17 घोटाले करने का आरोप लगाया है। पार्टी ने प्रदेश कार्यालय में आरोप पत्र के माध्यम से पिछली और मौजूदा सरकार के घोटालों की फेहरिस्त जारी की है। इसमें आरोप लगाया गया है कि कोरोना की आपदा को अवसर में बदलकर आटा चोरी, त्रिकुट चूर्ण, तबादला उद्योग, गेहूं खरीद, फर्जी बिजली बिल, पीपीई किट, मध्याह्न भोजन, किसान सम्मान निधि, सौभाग्य योजना सहित कई क्षेत्रों में घोटाले को अंजाम दिया है। कांग्रेस की सरकार ही इसलिए गिराई ताकि नए और पुराने घोटालों की जांच न हो सके। पार्टी ने दावा किया है कि सत्ता में आने पर तीन माह के भीतर घोटालेबाज भाजपा सरकार के लोग जेल की सलाखों के पीछे होंगे।

प्रदेश कांग्रेस ने सात माह की शिवराज सरकार पर 17 घोटाले करने का आरोप लगाया है। पार्टी ने प्रदेश कार्यालय में आरोप पत्र के माध्यम से पिछली और मौजूदा सरकार के घोटालों की फेहरिस्त जारी की है। कमल नाथ सरकार ने शुद्ध के लिए युद्ध की शुरुआत की थी।

कांग्रेस के नेताओं ने 17 बिंदुओं वाला आरोप पत्र जारी किया

पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरण यादव ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता कर 17 बिंदुओं वाला आरोप पत्र जारी किया। सिंह ने कहा कि सात माह में शिवराज सरकार ने ऐसा कोई क्षेत्र नहीं छो़़डा, जिसमें घोटाला न किया हो। पीपीई किट तक में घोटाले को अंजाम दिया। पिछली सरकार में व्यापमं, ई-टेंडरिंग, सिंहस्थ, सामाजिक सुरक्षा पेंशन सहत कई अन्य घोटाले हुए थे।

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