महिलाओं ने दिखाया दम तो बाराबंकी बना नंबर वन
स्वतंत्रदेश,लखनऊलोकसभा चुनाव के लिए सोमवार को प्रदेश की 52 सीटों के लिए हुए मतदान में इस बार बाराबंकी के मतदाताओं ने 67.10 प्रतिशत मतदान करके इतिहास रचा है। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही नियोजित रूप से संचालित हुए मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों के साथ ही समय से मतदाता पर्ची मिलने व घर-घर गई बुलावा टीमों ने भी लोकतंत्र के इस महापर्व को यादगार बनाने में अहम भूमिका निभाई। महिला मतदाताओं ने भी बाराबंकी को मतदान में अव्वल बनाने में पूरा दम दिखाया।पिछले चुनाव के मुकाबले महिलाओं ने इस बार छह प्रतिशत ज्यादा हिस्सेदारी की। जिले की 9,04,242 महिला वोटरों में से 5,97,904 ने मतदान में पूरे जोश के साथ हिस्सेदारी की। 20 मई को भीषण तपिश के दौरान मतदान को लेकर आयोग से लेकर राजनीतिक दल भी चिंतित थे, लेकिन सभी चिंताओं को दरकिनार कर मतदाताओं ने वर्ष 2019 के 64 फीसदी को पार करते हुए 67.10 प्रतिशत तक मतदान कर दिया।

मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए इस बार डीएम की अगुवाई में स्वीप के माध्यम से जागरूकता के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की गई थी। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने मतदान से करीब तीन महीने पहले हर वर्ग के लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी संबंधित विभागों को दी। खास तौर पर महिला मतदाताओं के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों व बूथों पर सास-बहू फिर सास, बहू ,ननद सम्मेलन कराए गए।
जिला मुख्यालय से लेकर हर विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं की स्कूटी रैली भी निकलवाई गई। दुकान, स्कूल-कॉलेज पर 20 मई को मतदान में बढ़चढ़ कर हिस्सेदारी की अपील भी कराई गई। महिला मतदाताओं पर इस पहल का असर भी हुआ। वर्ष 2019 में 60 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया था, वहीं इस बार उनकी हिस्सेदारी 66.10 प्रतिशत तक पहुंच गई। डीएम सत्येंद्र कुमार कहते हैं कि इस उपलब्धि में महिलाओं की भूमिका अहम है।
बूथ प्रबंधन व वरिष्ठ नेताओं की अपील भी
इस बार के चुनाव में भाजपा हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही थी। भाजपा ने जितना ज्यादा मतदान उतनी बड़ी जीत का नारा दिया था। हर बूथ पर तीन कार्यकर्ता इसीलिए लगाए गए थे।
पीएम मोदी व सीएम योगी भी पहले मतदान फिर जलपान की अपील कर गए थे। उधर, इंडी गठबंधन ने भी मतदान प्रतिशत को लेकर बड़े प्रयास किए। हर मतदान केंद्र पर सपा व कांग्रेस के पदाधिकारी मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने की कोशिश में लगे रहे।