बगावत पर BSP मुखिया मायावती बेहद खफा
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :अनुशासनहीनता तथा पार्टी विरोधी गतिविधियों के मामले में बड़े-बड़े नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा चुकीं बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती अब एक बार फिर बड़े एक्शन की तैयारी में हैं। राज्यसभा चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी रामजी गौतम के प्रस्तावक के तौर पर अपना नाम वापस लेने वाले चार विधायक बसपा सुप्रीमो के निशाने पर हैं। माना जा रहा है कि इनके खिलाफ शीघ्र ही कड़ी कार्रवाई होगी।
राज्यसभा चुनाव के दौरान बगावत करने वाले चार विधायकों से बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती बेहद नाराज हैं। प्रयागराज के हंडिया से विधायक हाकिम लाल बिंद, श्रावस्ती के भिनगा से विधायक असलम राईनी, गाजियाबाद के धौलाना से विधायक असलम चौधरी तथा प्रयागराज के प्रतापुर से विधायक मुज्तबा सिद्दीकी वह उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने जा रही है। अब पार्टी में बड़ा असंतोष फैलने से पहले ही उसको दबाने के लिए पार्टी चारों बागी विधायकों की विधानसभा से सदस्यता को समाप्त कराएगी। पार्टी इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अपील करेगी। बगावत करने वाले चारों विधायकों ने पार्टी के राज्यसभा प्रत्याशी के प्रस्तावक बनने के बाद उससे अपने नाम वापसी का लिखित आवेदन करते हुए फर्जी हस्ताक्षर करने की बात निर्वाचन अधिकारी से कही है। बसपा से बगावत करने वाले विधायकों ने पार्टी के को-आर्डिनेटरों की कार्यशैली पर सवाल उठाकर पार्टी की आंतरिक संगठनात्मक खामियों को भी उजागर किया है।
बसपा के विधान मंडल दल के उपनेता उमाशंकर सिंह ने बताया कि प्रत्याशी रामजी गौतम का नामांकन पत्र तैयार करते समय सभी प्रस्तावक विधायकों के हस्ताक्षर करने समय की वीडियोग्राफी भी की गई थी। अब यही फोटो और वीडियोग्राफी प्रस्तावकों के निर्वाचन अधिकारी से हस्ताक्षर फर्जी बताने के वक्त में काम आ गई है। उमाशंकर सिंह ने कहा कि चारों विधायकों के इस तरह के आचरण को पार्टी ने काफी गंभीरता से लिया है। पार्टी के खिलाफ काम करने वालों इन विधायकों की सदस्यता खत्म कराने के लिए जल्द ही विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अपील दाखिल की जाएगी। उन्होंने बताया कुछ अन्य विधायकों के सपा कार्यालय में भी जाने की जानकारी मिली है। ऐसे सभी विधायकों को भी चिन्हित किया जाएगा।