लाखों का सामान पकड़े जाने पर जेई निलंबित
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : केजीएमयू में बिजली का सामान भरे ट्रक पकड़े जाने के मामले में जांच पूरी हो गई है। कमेटी ने जूनियर इंजीनियर इलेक्ट्रिक को मामले में जिम्मेदार ठहराया। ऐसे में उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
केजीएमयू में पांच अक्टूबर को अंधेरे में विद्युत विभाग के पास ट्रक पकड़ा गया। इसमें कैंपस में लगाने के लिए आईं नई एलईडी लाइटें लदी थीं। इन लाइटों की संख्या नौ सौ से ऊपर थी। वर्षों पहले मंगवाई गईं लाइटों को लगाया नहीं गया था। वहीं इनका भुगतान भी कर दिया गया था। वहीं एक 10 केवी का ट्रांसफॉर्मर भी ट्रक में पाया गया था। अंधेरे में ट्रक में लादा गया सामान संदेह के घेरे में आ गया। लाखों का सामान लेकर कैंपस के बाहर जा रहे ट्रक पर अचानक गार्डों की नजर पड़ी। गार्डों ने ट्रक को रोक लिया। साथ ही जनसंपर्क अधिकारी को सूचना दी।
चालक से बाहर लिए जा रहे सामान के दस्तोवज व गेट पास मांगा गया। मगर, वह कुछ नहीं दिखा सका। लिहाजा, जनसपंर्क अधिकारी ने चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर आर एएस कुशवाहा को घटना की जानकारी दी। लाखों का माल गायब होने की सूचना पर प्रॉक्टर मौके पर पहुंचे। ट्रक को कैंपस रोक दिया गया है। वहीं मामले की जांच के लिए चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अब्बास अली, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. कलीम अहमद, डॉ. कीर्ती व डॉ. क्षितिज श्रीवास्तव को जिम्मा सौंपा गया है। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट संस्थान प्रशासन को सौंप दी। इसके बाद जूनियर इंजीनियर, इलेक्ट्रिक को निलंबित कर दिया गया।
क्या बोले जिम्मेंदार
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी व डॉ. सुधीर सिंह ने कहा कि ट्रक में बिजली सामान पकड़े जाने के मामले में जेई इलेक्ट्रिकल एसपी सिंह को जिम्मेंदार पाया गया है। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं जेई एसपी सिंह से फोन व मैसेज कर पक्ष जानने की कोशिश की गई। मगर, कोई जवाब नहीं दिया।