उत्तर प्रदेशराज्य

यूपी में 1391 मतदान केंद्र अति संवेदनशील प्लस

स्वतंत्रदेश , लखनऊ:डीजीपी मुख्यालय ने निकाय चुनाव के मद्देनजर अति संवेदनशील प्लस, अति संवेदनशील, संवेदनशील मतदान केंद्रों को चिह्नित कर राज्य निर्वाचन आयोग को सूचित कर दिया है। इस बार निकाय चुनाव के आरक्षण को भी मतदान केंद्रों के अति संवेदनशील श्रेणी होने का आधार बनाया गया है। इसके अलावा पूर्व के चुनावों में हुई हिंसा, वोटरों को मतदान से रोके जाने, सांप्रदायिक व जातिगत तनाव और प्रत्याशियों की आपराधिक पृष्ठभूमि को भी आधार बनाया गया है।डीजीपी मुख्यालय ने अति संवेदनशील मतदान केंद्रों में सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम का ब्योरा भी आयोग को दिया है। चिह्नित 1,391 अति संवेदनशील प्लस मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त पुलिस बल और पीएसी तैनात की जाएगी। इन केंद्रों की वेब कास्टिंग व वीडियोग्राफी भी होगी। वहीं, संवेदनशील क्षेत्रों में चुनाव के मद्देनजर अर्द्धसैनिक बल भी तैनात किया जाएगा।

मतदान केंद्रों व मतदेय स्थलों का जिला निर्वाचन अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ शत प्रतिशत सत्यापन कराया जाएगा। बीते चुनावों के दौरान हुई हिंसक घटनाओं में नामजद, प्रकाश में आए अभियुक्तों और आगामी चुनाव के मद्देनजर चिह्नित अराजक तत्वों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी। पीस कमेटी, प्रबुद्धजन व धर्मगुरुओं के साथ गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। चुनाव के संबंध में प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध तरीके से निस्तारण सुनिश्चित कराया जाएगा।

अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों के चिह्नीकरण में इन्हें भी बनाया आधार
अति संवेदनशील मतदान केंद्र चिह्नित करने के लिए ईवीएम और बैलेट पेपर से अलग-अलग स्थानों पर मतदान को भी आधार बनाया गया है। इसके अलावा प्रत्याशियों के अधिक व्यय करने, नए नगर निगमों, नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों के गठन एवं सीमा विस्तार, मतदाताओं की संख्या में वृद्धि, आवागमन के लिए बने नए मार्गों को भी ध्यान में रखते हुए चिह्नीकरण किया गया है।

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