स्वतंत्रदेश ,लखनऊ ;कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करके कहा है कि हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार, सबसे बुरा बर्ताव डीएम का था। उन्हें कौन बचा रहा है? उन्हें अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले में उनके रोल की जांच हो। परिवार न्यायिक जांच मांग रहा है, तब क्यों सीबीआई जांच का हल्ला करके एसआईटी की जांच जारी है। यूपी सरकार यदि जरा भी नींद से जागी है तो उसे परिवार की बात सुननी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में हाथरस कांड की जांच करे सीबीआई : कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने हाथरस कांड की सीबीआई जांच की सिफारिश को देश और प्रदेश की जनता को गुमराह करने वाला कदम बताया है। पार्टी नेसुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में इस घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेसवार्ता में कहा कि हाथरस की दलित बेटी के साथ हुई दुखद घटना और बेटी को न्याय दिलाने में मीडिया की भूमिका प्रशंसनीय है।
पुलिस ने शव को गायब करके रात्रि में 2.30 बजे जला दिया और पीड़िता के गांव में अघोषित कर्फ्यू लगा दिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीड़ित परिजनों से मुलाकात करने गए तो उन्होंने पांच मांगें रखीं। इनमें घटना की न्यायिक जांच भी शामिल है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। जिस तरह यूपी महिला अपराधों में नंबर एक है, उससे स्पष्ट है कि यूपी जंगलराज में तब्दील हो गया है। योगी सरकार के अपर मुख्य सचिव, गृह और डीजीपी 20 दिनों बाद यह जान पाए कि देश का एक-एक नागरिक और महिला हाथरस की बेटी को न्याय के लिए सड़क पर संघर्षरत हैं।
प्रदेश सरकार जांच पर जांच और छोटी-मोटी कार्यवाही करके जनता को गुमराह नहीं कर सकती। शनिवार को राहुल और प्रियंका गांधी के साथ की गई अभद्रता कांग्रेस नेताओं के साथ अभद्रता नहीं, बल्कि लाखों-करोड़ों भारतीयों की भावनाओं पर कुठाराघात है। घटना की जांच के लिए गठित एसआईटी टीम में तमाम दागी अधिकारी हैं, जिन पर गंभीर मामले दर्ज हैं।