फांसी होने पर बेटी की आत्मा को मिलेगी शांति
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ :उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में 22 वर्षीय छात्रा के साथ हुई दरिंदगी व मौत मामले में शासन के दो बड़े अफसरों के उसके घर पहुंचने के बाद परिवारजन का न्याय के प्रति भरोसा बढ़ गया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनशी अवस्थी व एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार रविवार को पीड़ित परिवार का दर्द बांटने आए थे। उनके जाने के बाद अब सभी आरोपितों के बेपर्दा होने की उम्मीद जगी है। छात्रा के नाना का कहना है कि मुख्य आरोपित शाहिद को रिमांड पर लेने के बाद घटना में शामिल सभी अभियुक्त पकड़े जाएंगे। वहीं, परिवारजन बोले कि आरोपितों की फांसी होने पर बिटिया की आत्मा को शांति मिलेगी।
छात्रा के साथ हुई हैवानियत का सच जानने के लिए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रतिनिधि मंडल का गठन किया है। प्रतिनिधि मंडल में शामिल पूर्व मंत्री डॉ. एसपी यादव, विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह, पूर्व विधायक मशहूद खां व जिलाध्यक्ष रामनिवास सोमवार दोपहर दो बजे छात्रा के परिवारजन से मुलाकात करेंगे।
ये था पूरा मामला
बता दें, गैसड़ी कोतवाली क्षेत्र की निवासी 22 वर्षीय छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मृतक के भाई की तहरीर के मुताबिक, उसकी बहन 22 सितंबर को सुबह दस बजे घर से निकली थी। रिक्शा से देर शाम घर पहुंची। उस समय उसकी हालत ठीक नहीं थी। रिक्शा वाले ने भी कुछ नहीं बताया। छात्रा बोल नहीं पा रही थी। परिवार के लोग उसे लेकर आनन फानन में अस्पताल के लिए निकले, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गई।