उत्तर प्रदेशराज्य

पहली बार मनाया जाएगा ‘विभाजन दिवस’

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:इस साल भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इससे ठीक एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बड़ा एलान किया है। पीएम मोदी ने भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के वक्त दंगो में मारे गए लाखों लोगों को याद किया और कहा कि इस दिन को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

दिल्ली में चीफ सेक्रेटरी ने ऑनलाइन बैठक की।

पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि अब से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा है कि 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर मनाने का फैसला लिया गया है।

मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि प्रदेश के स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में 11 अगस्त से 17 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह मनाया जाये और इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने का प्रयास किया जाये। स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास के बारे में जानकारी दी जाये। अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों को 17 अगस्त को लखनऊ में सम्मानित किया जाएगा।

भारत को आजादी तो 15 अगस्त 1947 को मिल गई थी, लेकिन उससे पहले कई तरह दुर्भाग्यपूर्ण क्षण देखे गए, जिन्हें याद करने पर आज भी देशवासियों को दुख होता है. कई वीर बलिदानियों का खून बहा। उन्हीं के साथ देश के आमजन को भी क्या कुछ नहीं सहना पड़ा. यह भारत के उन्हीं वीर सपूतों की मेहनत और उनका बलिदान है, जो आज हम शान से देश में 75वां स्वतंत्रता दिवस मना पा रहे है। लेकिन इससे ठीक एक दिन पहले हिंदुस्तान दो देशों में बंट गया था। यह बंटवार इतना आसान नहीं था। बंटवारे का वह दर्द भुलाया नहीं जा सकता।

विभाजन के साथ शुरू हुई थी नफरत और हिंसा को याद करने के लिये अब से हर साल 14 अगस्त को लोगों के संघर्षों एवं बलिदान की याद में अब ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा।

यह दिवस उन सभी लोगों के लिए एक श्रद्धांजलि के तौर पर है, जिन्होंने विभाजन के समय अपनी जान गंवाई या अपनी जड़ों को छोड़ा. इसी के साथ आज की पीढ़ी और आने वाली पीढ़ियों को इस दिन के माध्यम से याद दिलाया जाएगा कि देश की आजादी के जश्न से पहले हमें उन्हें याद करना चाहिए, जिन्होंने पीड़ा और दर्द झेला।

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