उत्तर प्रदेशराज्य

UP पुलिस पर भरोसा नहीं -पीड़िता के पिता

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीड़ित के गांव बुलगढ़ी को पुलिस ने शुक्रवार को भी छावनी बना रखा है। जिले में धारा-144 लगाने के साथ ही पीड़ित के पूरे गांव में नाकेबंदी है। यदि किसी को गांव में आना है तो उसे आईडी कार्ड दिखाना पड़ रहा है। फोर्स के इस सलूक से ग्रामीण नाराज हैं। उनका कहना है कि हमारे ही गांव में हमसे अपराधी जैसा सलूक पुलिस कर रही है। वहीं, डीएम को पीड़ित परिवार को धमकाने वाला वीडियो वायरल होने के बाद पीड़ित के परिवार पर सख्ती बढ़ा दी गई है। परिवार के किसी भी सदस्य को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है।

यूपी पुलिस पर अब भरोसा नहीं रह गया है। यहां तक की मीडिया वालों तक से पुलिस नहीं मिलने दे रही है।

 

पीड़ित के पिता ने सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि यूपी पुलिस पर अब भरोसा नहीं रह गया है। यहां तक की मीडिया वालों तक से पुलिस नहीं मिलने दे रही है। घर के बाहर निकलने पर भी 10 सवाल किए जा रहे हैं। 19 साल की दलित युवती की मौत हुए 4 दिन बीत चुके हैं। सोमवार तड़के पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हुई थी। उसके बाद आधी रात उसका शव जबरन जला दिया गया था। तब से गांव में फोर्स तैनात है।

एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा है कि पीड़ित के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ था। उसके प्राइवेट पार्ट में सीमेन नहीं मिला है। ​​​​​​इससे पहले भी पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं होने की बात कही थी। हालांकि, बाद में जब मामला तूल पकड़ा तो पुलिस ने कहा कि पीड़ित के साथ सेक्सुअल इंटरकोर्स नहीं हुआ है। पुलिस के इस रवैये को लेकर लोगों में नाराजगी है। इसका एक कारण यह भी है कि पीड़ित का मौत के पहले का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वह बता रही थी कि आरोपियों ने एक महीने पहले भी उसके साथ रेप करने की कोशिश की थी।

सीएम व राज्यपाल से मिलेंगे रामदास अठावले

केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास अठावले ने हाथरस की घटना की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने ऐलान किया है कि वे पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे। हिम्मत बढ़ाएंगे कि वे अकेले नहीं हैं, पूरा देश उनके साथ है। अठावले तीन अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकारों को प्रभावी व कठोर कदम उठाना चाहिए, ताकि अपराधी किसी अपराध करने से पहले सौ बार सोचें।

इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी दिल्ली से हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे। लेकिन ग्रेटर नोएडा में उन्हें रोक लिया गया तो वे पैदल की आगे बढ़ने लगे। लेकिन करीब ढाई किमी पैदल चलने के बाद इकोटेक-1 थाना इलाके से राहुल-प्रियंका को गिरफ्तार कर लिया गया।

 

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