उत्तर प्रदेशराज्य

कांग्रेस ना होती तो इमरजेंसी का कलंक

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:पीएम नरेन्द्र मोदी मंगलवार को राज्यसभा में विपक्षी दल कांग्रेस पर हमलावर दिखे। मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टी पर करारा हमला बोला। मोदी ने महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर भी बयान दिया।

100 साल में नहीं देखा ऐसा संकट

मोदी ने कोरोना महामारी को लेकर कहा कि 100 साल में मानव जाति ने इतना बड़ा संकट नहीं देखा। मानव जाति के लिए बड़ा संकट था। ये संकट बहरूपिया है। पूरा देश और दुनिया इसके खिलाफ लड़ाई लड़ रही है।

 पीएम नरेन्द्र मोदी राज्यसभा में मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दे सकते हैं। 

मोदी ने कहा कि इस कोरोना काल में 80 करोड़ से भी अधिक देशवासियों के लिए इतने लंबे कालखंड के लिए मुफ्त में राशन की व्यवस्था की गई, ताकि ऐसी स्थिति कभी पैदा न हो कि उनके घर का चूल्हा न जले। भारत ने ये काम करके दुनिया के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। कोरोना के दौरान बहुत सारी बाधाओं के बावजूद हमने गरीबों और जरूरतमंदों को घर उपलब्ध कराने के लिए काम करना जारी रखा। यह सदन कोरोना के दौरान हमारे स्वास्थ्य सेवा और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करता है। यह उन्हें और प्रेरित करेगा।साल 2021 में एक करोड़ 20 लाख लोग ईपीएफओ से जुड़े हैं। ये फार्मल जाब हैं। इनमें से 65 लाख 18 से 25 साल की उम्र के लोग हैं। इन लोगों की पहली बार जाब मार्केट में एंट्री हुई है। नैसकॉम के अनुसार 2017 के बाद 27 लाख रोजगार आईटी सेक्टर में प्राप्त हुआ। 2021 में भारत में जितने यूनिकॉर्न बने वो पहले के वर्षों में बने कुल यूनिकॉर्न से भी ज़्यादा हैं। अगर ये सब रोजगार की गिनती में नहीं आता तो फिर ये रोजगार से ज़्यादा राजनीति की चर्चा ही मानी जाती है।

मोदी ने कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला। मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी की इच्छा के अनुसार, अगर कांग्रेस ना होती तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता। भारत विदेशी चश्मे के बजाय स्वदेशी संकल्पों के रास्ते पर चलता। इमरजेंसी का कलंक ना होता। अगर कांग्रेस ना होती तो दशकों तक भष्टाचार को संस्थागत बनाकर नहीं रखा जाता। कांग्रेस ना होती तो जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी ना होती। सिखों का नरसंहार ना होता। सालों-साल पंजाब आतंकी आग में ना जलता। कश्मीर के पंडितों को कश्मीर छोड़ने की नौबत नहीं आती। कांग्रेस ना होती तो बेटियों को तंदूर में जलाने की घटनाएं ना होती। देश के सामान्य इंसान को घर, सड़क, बिजली, पानी शौचालय मूल सुविधाओं के लिए इतने सालों तक इंतजार करना नहीं पड़ता।

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